चाकबुड़ा पॉवर प्लांट से निकल रहे राखड़ और गंदे पानी से ग्रामीण त्रस्त, नल सूखे – कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन





त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ कोरबा। एसीबी कंपनी के चाकबुड़ा पावर प्लांट से निकलने वाला राखड़ एवं कोयले से मिला गंदा पानी लगातार सलिहा नाले के जरिए खोलार नदी में मिल रहा है। इस दूषित पानी के कारण नदी का जल पूरी तरह प्रदूषित हो चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि इस पानी के चलते गंभीर बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है, लेकिन कंपनी और प्रशासन की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
गांव देवरी, कोराई, पुरेना, मड़वाडोडा, गंगानगर, प्रेमनगर समेत आसपास के गांव इस प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं। नाले के रास्ते यह गंदा पानी अंततः हसदेव नदी में जाकर मिलता है, जिससे जल संकट और प्रदूषण का खतरा और बढ़ गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पेयजल के लिए नल तो लगाए गए हैं, परंतु इनमें पानी नहीं आता। मजबूरीवश उन्हें स्नान, कपड़े धोने और अन्य कार्यों के लिए नाले व प्रदूषित नदी का ही सहारा लेना पड़ रहा है। अब हालात यह हैं कि ग्रामीण जहरीले और बदबूदार पानी का इस्तेमाल करने को विवश हैं।
भाजपा के महामंत्री महेंद्र यादव ने बताया कि गांव में नल की सुविधा होते हुए भी नल सूखे पड़े हैं, और दूसरी ओर पावर प्लांट से छोड़ा जाने वाला राखड़ मिश्रित पानी ग्रामीणों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन गया है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन और कंपनी ने इस गंभीर समस्या पर शीघ्र ध्यान नहीं दिया तो ग्रामीण बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
ग्रामीणों की मांग है कि प्रदूषित पानी छोड़े जाने पर तत्काल रोक लगाई जाए, गांवों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाए और नल योजनाओं को चालू किया जाए, अन्यथा उग्र आंदोलन की राह अपनाई जाएगी।
