कोरबा में संपन्न हुई शिव महापुराण कथा, पंडित प्रदीप मिश्रा जी के सीधा प्रसारण से गूंजा परिसर, श्रद्धालुओं ने भोग-भंडारे के साथ लिया पुण्य लाभ




त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ कोरबा। श्रावण मास के पावन अवसर पर कोरबा के पतंजलि चिकित्सालय श्री शिव औषधालय निहारिका महानदी कॉम्प्लेक्स प्रांगण में अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक, भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा जी की शिव महापुराण कथा का सात दिवसीय सीधा प्रसारण 12 जुलाई से 18 जुलाई तक किया गया। यह आयोजन प्रतिदिन मध्यान्ह 1 बजे से सायं 4 बजे तक संपन्न हुआ, जिसका समापन सप्तम दिवस पर भोग-भंडारे के साथ हुआ।
कथा स्थल पर हर दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में शिव भक्त एवं श्रद्धालु कथा श्रवण के लिए पहुंचे और भगवान भोलेनाथ के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित की। आयोजन के सफल समापन पर श्रद्धालुओं ने कहा कि “यहां बैठकर कथा श्रवण करना ऐसा अनुभव दे रहा है मानो हम साक्षात पंडित प्रदीप मिश्रा जी के समक्ष बैठकर कथा श्रवण कर रहे हों। आयोजन समिति ने जो व्यवस्थाएं की हैं, वे सराहनीय हैं। ऐसी भव्यता और श्रद्धा का संगम कम ही देखने को मिलता है।”
सप्तम दिवस की कथा में नगर पालिक निगम कोरबा की महापौर श्रीमती संजू देवी राजपूत, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष योगेश जैन, नगर निगम के पार्षद अशोक चावलानी, हितानंद अग्रवाल, नरेंद्र देवांगन और सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के संस्थापक पंडित देवशरण दुबे विशेष रूप से उपस्थित रहे। आयोजन में पहुंचे महानदी कॉम्प्लेक्स के व्यवसायियों ने सभी अतिथियों का स्वागत शाल व श्रीफल भेंटकर किया।
कार्यक्रम के दौरान पूरे परिसर में हर हर महादेव के गगनभेदी जयघोष ने भक्तिमय वातावरण को और अधिक ऊर्जावान बना दिया। भगवान भोलेनाथ की आरती के पश्चात अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए।
पंडित देवशरण दुबे ने कथा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “श्रावण मास का नाम ही श्रवण शब्द से बना है। इस माह के अराध्य देव भगवान भोलेनाथ हैं। इसलिए इस महीने में उनकी कथा का श्रवण करना अनेक गुना पुण्य प्रदान करता है। यह आयोजन न केवल धार्मिक चेतना को जाग्रत करता है बल्कि समाज में एकता और भाईचारे का संदेश भी देता है।”
चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष योगेश जैन ने कहा कि, “महानदी कॉम्प्लेक्स के व्यवसायियों ने व्यवसाय के साथ-साथ धर्म कार्य में जो योगदान दिया है, वह अत्यंत प्रशंसनीय है। इस प्रकार के आयोजनों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।”
पार्षद नरेंद्र देवांगन ने कहा कि, “ऐसे आयोजन हमारे सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करते हैं और लोगों को एक सूत्र में पिरोते हैं। डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने जिस लगन और निष्ठा से इस आयोजन को सफल बनाया, वह सराहनीय है।”
पार्षद हितानंद अग्रवाल ने इस आयोजन को जनकल्याणकारी बताते हुए कहा कि, “इस तरह के कार्यक्रमों से समाज को आध्यात्मिक बल मिलता है और पीढ़ियां सनातन परंपराओं से जुड़ी रहती हैं।”
महापौर श्रीमती संजू देवी राजपूत ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा, “धर्म का प्रचार-प्रसार करना निःसंदेह पुण्य का कार्य है। डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने श्रावण मास में कोरबा वासियों के लिए ऐसा दिव्य और अनुकरणीय आयोजन किया, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। इस कथा के माध्यम से कोरबा की आध्यात्मिक धरोहर और अधिक मजबूत हुई है।”
समापन अवसर पर आयोजन समिति के मुख्य संयोजक डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं, अतिथियों एवं उन सहयोगियों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया। उन्होंने कहा, “यह आयोजन हम सभी की सामूहिक श्रद्धा और प्रयासों का परिणाम है। कोरबा में इस प्रकार का आयोजन भविष्य में भी होते रहेंगे, ताकि सनातन धर्म की ज्योति निरंतर प्रज्वलित रहे।”
इस सात दिवसीय आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं ने हर दिन भक्ति रस में डूबकर भगवान शिव की महिमा का श्रवण किया और समापन पर भोग-भंडारे का आनंद लेकर पुण्य लाभ अर्जित किया। पूरे क्षेत्र में इस कथा की चर्चा रही और श्रद्धालुओं के मन में इसके प्रति गहरी आस्था और विश्वास उत्पन्न हुआ।
