“बाबा गुरु घासीदास के 7 संदेश और 42 वचन आज भी विश्व को दिशा दे रहे हैं” — आदिले हरदी बाजार में 269वीं जयंती पर गुरुपर्व, विधायकों व बुद्धिजीवियों ने दिया सामाजिक जागरण का संदेश






त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ***/// कोरबा हरदी बाजार।
संत शिरोमणि, मानवतावादी समाज सुधारक बाबा गुरु घासीदास जी की 269वीं जयंती के पावन अवसर पर ग्राम हरदी बाजार में भव्य गुरुपर्व समारोह का आयोजन श्रद्धा, आस्था और सामाजिक चेतना के वातावरण में संपन्न हुआ। आयोजन में समाज के प्रबुद्धजनों, जनप्रतिनिधियों एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की गरिमामयी उपस्थिति रही।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कटघोरा विधायक श्री प्रेमचंद पटेल रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक प्रतिनिधि एवं प्रदेश प्रभारी प्रशिक्षण, भाजपा अजजा मोर्चा श्री नरेश टंडन ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. प्यारेलाल आदिले (प्राचार्य, बुढादेव कॉलेज कटघोरा), श्री मनीराम जांगड़े (प्रदेश अध्यक्ष, सतनामी युवा कल्याण समिति), श्रीमती सनीता अनिल टंडन (जनपद सदस्य), डॉ. प्रभुवा, रत्नेश सिंह टंडन (अधिवक्ता, हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट), श्री कौशल प्रसाद बंजारे (संरक्षक) एवं श्री अजय टंडन (अध्यक्ष, आयोजन समिति) मंचासीन रहे।
मुख्य अतिथि श्री प्रेमचंद पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने से किसी भी समाज की उन्नति को कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा, समता और मानवता के सिद्धांतों पर आधारित बाबा के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, और वर्तमान शासन व्यवस्था भी उन्हीं मूल्यों के अनुरूप कार्य कर रही है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री नरेश टंडन ने समाज के लोगों से आह्वान किया कि सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय सहभागिता से ही समाज और व्यक्तित्व का समग्र विकास संभव है। उन्होंने कहा कि सामाजिक इतिहास और संस्कारों की जानकारी नई पीढ़ी को दिशा देती है तथा समाज को नई ऊर्जा और विकास की राह पर ले जाती है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. प्यारेलाल आदिले ने अपने प्रेरक वक्तव्य में कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी के 7 संदेश और 42 वचन ही भारतीय संविधान की आत्मा हैं। उन्होंने कहा कि संविधान में समाहित समानता, न्याय और मानव अधिकारों की भावना बाबा की वाणियों से ही प्रेरित है, और आज पूरा विश्व भारत के संविधान का अनुसरण कर रहा है, जिसमें गुरु घासीदास जी के विचारों की स्पष्ट झलक मिलती है।
इस अवसर पर रत्नेश सिंह टंडन (अधिवक्ता, हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट) ने समाज को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा और परिश्रम के बल पर समाज के बच्चे निश्चित रूप से सफलता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने समाज से अपील की कि बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ संविधान और कानून का ज्ञान भी दिया जाए, ताकि वे समाज के विकास में प्रभावी भूमिका निभा सकें।

कार्यक्रम के दौरान सतनाम संदेश “मोहनी मया” सांस्कृतिक दल द्वारा प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम विशेष आकर्षण का केंद्र रहे, जिसने उपस्थित जनसमूह को भाव-विभोर कर दिया।
इस अवसर पर आयोजन समिति के संरक्षक श्री कौशल बंजारे, अध्यक्ष श्री अजय टंडन, उपाध्यक्ष विमल चंद्र, आनंद महेंद्र टंडन, राज ओगरे, चैतराम बघेल, सचिव नूतेंद्र कुमार जोशी, सहसचिव संतोष भारद्वाज, कोषाध्यक्ष रमेश जांगड़े, संगठन मंत्री भोज प्रसाद चंद्राकर, प्रचार-प्रसार मंत्री साहिल कुर्रे, भोजन व्यवस्था प्रभारी धनाराम चंद्राकर, कार्यकारिणी सदस्य अनुज कुमार जांगड़े, सत्यप्रकाश खांडेकर, राकेश ओगरे सहित समाज के वरिष्ठ नागरिक हरप्रसाद टंडन, अनिल टंडन, पूर्व जनपद सदस्य गेवन प्रसाद टंडन, हरिश्चंद्र मिरी, राकेश टंडन, कमल टंडन, संतोष किरण, राजू चंद्राकर, तुलेस ओगरे, रमेश लहरे, गोलू लहरे, सुधराम पाटले, महिला समाजसेवी रामेश्वरी टंडन, सुशील टंडन, सरिता टंडन, सरिता लहरे, जांगड़े, ममता ओगरे सहित बड़ी संख्या में समाज के पुरुष, महिलाएं, युवा एवं बच्चे उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का सफल एवं प्रभावशाली मंच संचालन विमल चंद आनंद द्वारा किया गया। पूरे आयोजन के दौरान हरदी बाजार का वातावरण सतनाम, सामाजिक एकता, शिक्षा और संवैधानिक मूल्यों के संदेश से गूंजता रहा।





