ग्राम जवाली में मितानिन दिवस का भव्य समारोह — स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बनीं मितानिन बहनों का सम्मान, 23 वर्षों की सेवा को मिला नमन






त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ जवाली, कोरबा।
ग्राम जवाली के बाजार मोहल्ला मंच में रविवार को मितानिन दिवस का आयोजन अत्यंत गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी धुरी मितानिन बहनों के वर्षों से किए जा रहे अदम्य और निरंतर कार्यों को सम्मान देने के लिए ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ा दी।
इस अवसर पर ग्राम सरपंच दिलेश कुमार कंवर, जनपद सदस्य कमल कुमार बेलदार, उपसरपंच योगेश कुमार कंवर, पंचायत प्रतिनिधि अशोक कुमार, मनोज कुमार, हेमलाल, रामायण सिंह, योगेश्वर सारथी, अविनाश चौहान, वरिष्ठ ग्रामीण हीरा सिंह कंवर, भाजपा महामंत्री वीरेंद्र नामदेव, स्वयंसेवक दीपक पटेल, तथा व्यापारी पुरुषोत्तम साहू मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मितानिन ताली और जयकारों से हुई, इसके बाद अतिथियों ने सामूहिक पूजा-अर्चना कर सभी मितानिन बहनों का श्रीफल और पुष्प गुच्छ से सम्मान किया।
मितानिनों की प्रेरक यात्रा — 23 वर्षों से सेवा का अद्वितीय मिसाल
मितानिन प्रशिक्षकों ने मितानिन दिवस के महत्व, उद्देश्य और उनकी भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि—
जवाली क्षेत्र में 18 मितानिन सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।
मुढ़ाली–कोलिहामुड़ा क्षेत्र में 05 मितानिन सेवाएं दे रही हैं।
वर्ष 2002 से लगातार 23 वर्षों से मितानिनें गांवों में स्वास्थ्य सुधार की आधारशिला बनी हुई हैं।

शुरुआती 13 वर्षों तक उन्होंने पूरी तरह निशुल्क सेवा दी।
बाद में केंद्र एवं राज्य सरकार ने उनके समर्पण को देखते हुए मानदेय प्रदान करना शुरू किया।
मितानिन दिवस का आयोजन वर्ष 2011 से निरंतर हो रहा है।
कार्यक्रम में संत कुवर, लताबाई, प्रतिमा देवी, चंद्रमा पाटले, सरिता देवी, बृहस्पति देवी, चंपा चौहान, चंपा पटेल, गणेशा बाई, बचन बाई, सुनीता कुर्रे, अनिता कुर्रे, इनदाबाई, सुमित्रा सागर और रामायण बाई ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे उन्होंने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण, स्वच्छता और प्राथमिक उपचार में गांव का मार्गदर्शन किया।
अतिथियों ने किया कार्यों का अभिनंदन, मितानिनों को बताया स्वास्थ्य सेवा की ‘रीढ़’
अतिथियों ने कहा कि—
मितानिन बहनें घर-घर जाकर स्वास्थ्य जागरूकता फैलाती हैं।
मातृ मृत्यु दर में कमी और बच्चों के पोषण स्तर में सुधार, उनके प्रयासों का प्रत्यक्ष परिणाम है।
टीकाकरण, पोषण अभियान, स्वच्छता मिशन और शासकीय योजनाओं को प्रत्येक घर तक पहुंचाने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
स्वास्थ्य व्यवहार और शिक्षा में सुधार में भी उनकी भूमिका सराहनीय है।
ग्राम की उपलब्धि — तीन मितानिन बनीं शासकीय कर्मचारी
ग्राम जवाली के लिए गौरव का विषय है कि तीन मितानिन बहनों—
कुंती बाई मिरी, अहिल्याबाई कंवर और शकुंती बाई कंवर
ने 18 माह का एएनएम विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर शासकीय नौकरी हासिल की है। यह साबित करता है कि मितानिन योजना ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने का मजबूत माध्यम है।
भविष्य की पहल — मितानिन भवन निर्माण का प्रस्ताव शीघ्र
सरपंच दिलेश कंवर और जनपद सदस्य कमल बेलदार ने आश्वस्त किया कि मितानिनों के बैठकों और प्रशिक्षण के लिए पंचायत स्तर पर मितानिन भवन निर्माण हेतु प्रस्ताव जल्द प्रस्तुत कर कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश में लगभग 72,000 मितानिनें आज भी स्वास्थ्य सेवा का आधार स्तंभ हैं। अनेक चुनौतियों के बावजूद वे स्वयं को डिजिटल स्वास्थ्य, टेलीमेडिसिन और नई बीमारियों की जानकारी से अपडेट करते हुए निरंतर समाज को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने में लगी हुई हैं।
कार्यक्रम के अंत में भाजपा महामंत्री वीरेंद्र नामदेव ने आभार व्यक्त किया। स्वयंसेवक दीपक पटेल, युवा छात्र साहिल पाटले और सरपंच ने सभी मितानिन बहनों को शुभकामनाएँ दीं।
अगले सप्ताह मुढ़ाली-कोलिहामुड़ा पंचायत में मितानिन दिवस आयोजित होगा, जिसकी सूचना उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।





