विद्यालय में विद्यार्थियों से पुताई कराई गई, शिक्षिका की मौजूदगी में हुआ कार्य






जिला मुख्यालय कोरबा में शिक्षा विभाग की लापरवाही उजागर
त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा **** /कोरबा पालक अपने बच्चों को विद्यालय इस उद्देश्य से भेजते हैं कि वे वहां जाकर पढ़ाई-लिखाई करें, बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर हों। परंतु कोरबा जिले में शिक्षा विभाग की अनदेखी और स्थानीय जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से विद्यालयों का माहौल शिक्षा के बजाय श्रम स्थल बनता जा रहा है।
इसी कड़ी में एक ताज़ा मामला सामने आया है, जहां शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पीडब्ल्यूडी रामपुर (ब्लॉक शिक्षा कार्यालय कोरबा) में विद्यार्थियों से ही दीवारों और खिड़कियों की रंगाई-पुताई का कार्य कराया जा रहा था।
जानकारी के अनुसार, विद्यालय की साज-सज्जा और रखरखाव के लिए शासन द्वारा राशि स्वीकृत की जाती है, परंतु इस विद्यालय में विद्यार्थियों से श्रम करवाना यह संकेत देता है कि कार्य ठेकेदार या मजदूरों से न कराकर बच्चों से कराया गया और संभवतः खर्च की राशि फर्जी बिलों के माध्यम से समायोजित की जाएगी।
घटना के दौरान का दृश्य देखकर यह स्पष्ट होता है कि यह कार्य जानबूझकर कराया गया। कुछ विद्यार्थी गणवेश में तो कुछ बिना गणवेश के घरेलू वस्त्रों में खिड़कियों और दीवारों की पुताई करते दिखाई दिए। एक छात्र गोड़ी पर चढ़कर दीवार रंग रहा था, वहीं एक छात्रा खिड़की पर पेंट करती नजर आई। सबसे गंभीर बात यह रही कि कक्षा में उपस्थित शिक्षिका स्वयं यह कार्य अपनी उपस्थिति में करवा रही थीं, जिससे यह मामला और भी चिंताजनक बन गया है।
स्थानीय नागरिकों ने इस पूरे घटनाक्रम पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि जब जिला और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी का कार्यालय कुछ ही दूरी पर स्थित है, तब इस तरह की गतिविधि उनके संज्ञान में क्यों नहीं आई।
जनचर्चा है कि शिक्षा विभाग की निष्क्रियता और विद्यालय प्रबंधन की मनमानी के कारण ही ऐसे दृश्य देखने को मिल रहे हैं। इस पूरे प्रकरण की जांच की मांग अभिभावकों और जनप्रतिनिधियों द्वारा की जा रही है ताकि दोषियों पर उचित कार्रवाई की जा सके और विद्यार्थियों को भविष्य में ऐसी गैर-शैक्षणिक गतिविधियों से मुक्त रखा जा सके।





