“कुदुरमाल में शिव महापुराण कथा का भव्य समापन, पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचन में डूबे श्रद्धालु”




त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ कोरबा जिले के ग्राम कुदुरमाल में आयोजित सात दिवसीय शिव महापुराण कथा का अंतिम दिवस भक्तिभाव और श्रद्धा की अद्भुत छटा के बीच संपन्न हुआ। देशभर में अपने प्रभावशाली प्रवचनों के लिए प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के दिव्य वचनों को सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
आयोजन समिति ने अंतिम दिवस की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष व्यवस्था की थी। पास और पासवर्ड को बदलने का निर्णय लिया गया, जिसके चलते कथा स्थल के भीतर भीड़ का दबाव अपेक्षाकृत कम रहा। हालांकि आयोजन स्थल के आसपास बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए और साउंड सिस्टम के माध्यम से कथा का रसपान किया।
“सावन में शिव की भक्ति से दूर होंगी बाधाएं” – पंडित प्रदीप मिश्रा
सातवें और अंतिम दिन अपने प्रवचन में पंडित मिश्रा ने कहा कि सावन के महीने में शिवभक्ति का विशेष महत्व है। “एक लोटा जल यदि सच्चे मन से शिवलिंग पर चढ़ाया जाए, तो जीवन की हर समस्या दूर हो सकती है। भक्ति का मार्ग सरल और सहज है, इसमें दिखावे की आवश्यकता नहीं है।”
उन्होंने कोरबा के लोगों की आस्था की सराहना करते हुए कहा कि इस अंचल में शिवभक्ति का अद्भुत उत्साह देखा जा सकता है। कथा के माध्यम से उन्होंने सामाजिक समरसता, पारिवारिक एकता और सदाचार जैसे जीवन मूल्यों पर भी विशेष जोर दिया।
जनवरी में छुरीकला में होगा अगला आयोजन
कुदुरमाल में संपन्न शिव महापुराण कथा की अपार सफलता के बाद पंडित मिश्रा ने जनवरी माह में कोरबा जिले के ही छुरीकला में शिव महापुराण कथा का आयोजन करने का आश्वासन भी दिया। यह खबर भक्तों के लिए खुशी का विषय बन गई।
कड़ी सुरक्षा और प्रबंधन की रही सराहना
पूर्व के आयोजनों के अनुभव को देखते हुए अंतिम दिवस पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद पुख्ता रही। कथा स्थल के भीतर और बाहर पुलिस बल तैनात रहा। श्रद्धालुओं के आवागमन और व्यवस्था बनाए रखने में स्वयंसेवकों की भी अहम भूमिका रही।
श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
भले ही अंतिम दिन पास और पासवर्ड में बदलाव के कारण कथा स्थल के भीतर भीड़ सीमित रही, लेकिन बाहर हजारों श्रद्धालु अपनी जगह पर बैठे-बैठे साउंड सिस्टम के जरिए कथा सुनते रहे। हर तरफ “हर हर महादेव” के जयघोष गूंजते रहे और पूरा वातावरण शिवमय हो गया
