“सावन में कोरबा बनेगा शिवमय, पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा में उमड़ेगा श्रद्धा का सागर”


त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ सावन के पवित्र महीने में कोरबा शिवभक्ति के महापर्व का गवाह बनने जा रहा है। श्री महाकाल भक्त मंडल, कोरबा द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा में प्रसिद्ध कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले) की ओजस्वी वाणी से शिव की दिव्य महिमा का वर्णन होगा। यह आयोजन एक विशाल सनातनी मेले का रूप लेगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।
कार्यक्रम की भव्यता को देखते हुए श्री महाकाल भक्त मंडल लगातार तैयारियों में जुटा हुआ है। शहर और आसपास के इलाकों में बैठकों का आयोजन कर कार्यकर्ताओं का गठन किया जा रहा है। इसी क्रम में रविशंकर नगर स्थित कपिलेश्वर मंदिर में एक अहम बैठक संपन्न हुई।
बैठक में मंडल अध्यक्ष श्री दुर्गेश शर्मा ने जानकारी दी कि आयोजन को सफल बनाने के लिए संगठित कार्यकर्ता बल की आवश्यकता है। इस हेतु स्वयंसेवकों से फॉर्म भरवाए जा रहे हैं, जिनके आधार पर परिचय पत्र (ID कार्ड) जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र के लिए विशेष जिम्मेदारियां तय की जा रही हैं, ताकि व्यवस्था सुनियोजित बनी रहे।
कार्यकारी अध्यक्ष अमृतलाल गुप्ता, सचिव राजेंद्र तारक, कोषाध्यक्ष शैलेश शुक्ला, मीडिया प्रभारी दुर्गेश राठौर, नितिन जायसवाल, संजय गुप्ता समेत अनेक पदाधिकारी आयोजन की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
भक्तों की सुविधा और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि आयोजन के लिए कोई चंदा रसीद लेकर नहीं मांगा जाएगा। जो श्रद्धालु सेवा देना चाहते हैं, वे क्यूआर कोड या बैंक अकाउंट के माध्यम से सीधा सहयोग कर सकते हैं।
विशेष रूप से दूर-दूर से आने वाले भक्तों के भोजन और आवास की जिम्मेदारी कोरबा के शिवभक्तों ने ली है। इसके अलावा आयोजन में यज्ञ और पूजन हेतु यजमानों की व्यवस्था भी की जा रही है। इच्छुक श्रद्धालु यजमान बनने के लिए मंडल से संपर्क कर सकते हैं।
बैठक में महिला विंग की राखी तारक, मोगरा सिदार, दीपा साहू, और कपिलेश्वर मंदिर समिति से संदीप सिंह सहित बड़ी संख्या में शिवभक्त मौजूद रहे।
यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा का पर्व होगा, बल्कि सनातन संस्कृति, सामाजिक सहयोग और राष्ट्रीय एकता का अद्वितीय उदाहरण भी प्रस्तुत करेगा। सावन की पावन धारा में डूबा कोरबा, शिव महापुराण की दिव्यता से अभिषिक्त होने जा रहा है।
जय श्री महाकाल!
