संभावित अपहरण और अंतरराज्यीय साजिश? कटघोरा की युवती के लापता होने पर मां ने लगाए गंभीर आरोप, उच्चस्तरीय जांच की मांग




त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कटघोरा थाना क्षेत्र के ग्राम कसनिया की युवती कु. शोभा सिंह 21 अप्रैल 2025 से लापता है। परिजनों के अनुसार शोभा सुबह 10:30 बजे कॉलेज के लिए निकली थी, लेकिन रात तक वह घर नहीं लौटी। अगले दिन तक भी जब उसका कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने कटघोरा थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
परिजनों ने बताया कि प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा शोभा को किसी तौसीफ़ नामक युवक के साथ देखा गया था। पीड़िता की मां, विमलेश सिंह ने इस मामले को अपहरण और गहरी साजिश बताते हुए पुलिस और प्रशासन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
विमलेश सिंह के अनुसार, शोभा को जबरन कोरबा से कोलकाता ले जाया गया और वहां एक मस्जिद में शादी कर दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी युवक तौसीफ़ को आर्थिक सहयोग कोलकाता स्थित मस्जिद से मिला, क्योंकि वह फेरी का काम करता है और इतने बड़े खर्च उठाने में असमर्थ है। इसलिए उसकी बैंक अकाउंट की भी जांच की मांग की गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि शोभा को किसी महिला केंद्र में रखा गया है, जहां से उसे मोबाइल के माध्यम से धमकाया जा रहा है और मानसिक दबाव डाला जा रहा है।
इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि थाना परिसर में मिठाई बांटी गई और मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया।
विमलेश सिंह ने मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, महिला एवं बाल विकास मंत्री समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर बेटी की सुरक्षा सुनिश्चित करने और मामले की निष्पक्ष व उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित करने, संदिग्ध युवक की गिरफ्तारी, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच और पूरे घटनाक्रम को सार्वजनिक करने की मांग की है।
यह मामला न केवल एक युवती के लापता होने का है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही, अंतरराज्यीय नेटवर्क और संभावित सांप्रदायिक साजिश की ओर भी इशारा करता है। यदि समय रहते कठोर कदम नहीं उठाए गए तो पीड़िता की जान को खतरा हो सकता है। सरकार और प्रशासन को इस मामले में तत्काल सख्त कार्रवाई करते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना चाहिए और जिम्मेदार अधिकारियों को जवाबदेह ठहराना चाहिए।
