February 5, 2025

त्रिनेत्र टाईम्स

खबरें जरा हट के

सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति छत्तीसगढ़ की, प्रयागराज महाकुंभ उत्तरप्रदेश में दिनांक 28 जनवरी 2025 मंगलवार से श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ कथा की बह रही बयार।*

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*व्यासपीठ से सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के संस्थापक श्रीराम कथा एवं श्रीमद भागवत कथा के मर्मज्ञ पंडित देवशरण दुबे जी अपनी संगीतमयी मधुर वाणी से करा रहे श्रीमद भागवत कथा का रसपान।*

*तीर्थ में कथा श्रवण करने से अनंत गुना, अक्षय फल की होती है प्राप्ति-पंडित देवशरण दुबे।*
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*जन्म जन्मांतर के पापों से मुक्ति दिलाती है भागवत कथा- पंडित देवशरण दुबे*

*04 फरवरी 2025 मंगलवार को सहस्त्र धारा एवं भोग भंडारे के साथ कथा को दिया जायेगा विश्राम ।*

 त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/  सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति छत्तीसगढ़ के संस्थापक श्री राम कथा एवं श्रीमद भागवत कथा के मर्मज्ञ पंडित देवशरण दुबे जी के गुरुदेव कैलाशवासी परम पूजनीय श्री 108 गोमती गिरी गोस्वामी जी के 13 वें बैकुण्ठ पावन उत्सव पर श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ कथा दिनांक 28 जनवरी 2025 मंगलवार को प्रयागराज उत्तरप्रदेश महाकुंभ में प्रारंभ हुई । जिसमे व्यासपीठ से पंडित देवशरण दुबे जी अपनी संगीतमयी सुमधुर वाणी से कथा का श्रोताओं को रसपान करा कर जीवन में श्रीमद भागवत के माध्यम से आनंद एवं परमानन्द की प्राप्ति का उपाय बताते हुये कहा की जब धरती पर श्रीराम एवं श्रीकृष्ण जी जन्म हुआ तो देवता भी उनके दर्शन हेतु पृथ्वी पर आये। और हम मानव इन सबके विपरीत ईश्वर से साक्षात्कार कराने वाली इस भागवत कथा को न सुनते हैं न जाते ही हैं। जबकि इससे हमें लाभ में जन्म जन्मांतर के पाप से मुक्ति मिल जाती है। अतः हम सभी को इस दुर्लभ मानव जन्म को प्रभु के नाम का आश्रय लेकर, भागवत कथा श्रवण कर एवं सत्संग के माध्यम से सार्थक बनाना चाहिए। और इसमे भी जब हम कथा का श्रवण तीर्थ स्थान में करते हैं तो हमे इसका अनंत गुना एवं अक्षय फल प्राप्त होता है। अतः हमें ऐसे अवसर का लाभ अवश्य उठाना चाहिये इस कारण से ही इस बार गुरुदेव जी के 13 वें बैकुण्ठ उत्सव की कथा हम तीर्थराज प्रयागराज महाकुंभ उत्तरप्रदेश में कर रहे हैं । 04 फरवरी 2025 मंगलवार को सहस्त्र धारा एवं भोग भंडारे के साथ कथा को विश्राम दिया जायेगा। कथा के अंत में श्रीमद भागवत भगवान जी की आरती कर प्रसाद वितरण किया गया । कार्यक्रम को सफल बनाने में पंडित दिलीप अवस्थी, विकास गौतम, रमाकांत शुक्ला, उत्कर्ष गौतम, वीरेंद्र मिश्रा, राम आत्मा, हरी ओम, रवीन्द्र पांडे, विनीत, रामप्रकाश, अनमोल द्विवेदी, अंकित गौतम, प्रशांत तिवारी, दीपांशु, दिवाकर, संतोष, देवप्रकाश, सूरज, सुरप्रीत ओझा, प्रियांशु गौतम, प्रदीप कुमार शर्मा, विनोद शुक्ला, स्नेह गौरहा, संत अविचल दास एवं हर्ष नारायण शर्मा के अलावा मनीष अग्रवाल, रूपाली साह, विजय साहू, अभय मिश्रा तथा नीता दुबे विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुये कथा श्रवण कर पुण्यलाभ प्राप्त कर रहे हैं।

 

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