February 6, 2025

त्रिनेत्र टाईम्स

खबरें जरा हट के

*छत्तीसगढ़ प्रांत के ख्यातिलब्ध आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ नाड़ीवैद्य डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा करेंगे ओम मेडिकल में प्रकृति परीक्षण। प्रकृति अनुसार कैसा करें आहार-विहार-विचार एवं व्यवहार के विषय में व्यक्तिगत रूप से देंगे जानकारी*

त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/  आयुष मंत्रालय भारत के “देश का प्रकृति परिक्षण” अभियान के अंतर्गत” चलो आयुर्वेद की ओर मिशन के तहत निशुल्क प्रकृति परीक्षण, रक्त शर्करा जांच, रक्तचाप जांच एवं प्रकृतिनुसार आहार-विहार-विचार एवं व्यवहार परामर्श एवं उपचार शिविर का आयोजन दिनांक 25 दिसंबर 2024 बुधवार को प्रात: 10 बजे से मध्यान्ह 2 बजे तक ओम मेडिकल स्टोर कबीर चौक रायगढ़ में कीया गया है। शिविर के विषय मे बताते हुये ओम मेडिकल स्टोर के संचालक ललित महंत ने कहा की शिविर में शिविरार्थियों का निशुल्क प्रकृति परीक्षण एवं त्रिविध प्रकार से स्वास्थ्य जांच करने हेतु छत्तीसगढ़ प्रांत के ख्यातिलब्ध आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ आयुर्वेदाचार्य नाड़ीवैद्य डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा शिविर में अपनी सेवाएँ प्रदान करने हेतु विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। “देश का प्रकृति परिक्षण” अभियान के विषय मे छत्तीसगढ़ प्रांत के ख्यातिलब्ध आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ आयुर्वेदाचार्य नाड़ीवैद्य डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा ने बताया की आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार को सर्वव्यापी एवं सर्वस्पर्शी करने हेतु भारत के आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव जी द्वारा आयुर्वेद क्षेत्र मे शोध के साथ ही आयुर्वेद के बारे में जन जागृति करने हेतु “देश का प्रकृति परिक्षण” अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है। उसी तारतम्य में दिनाँक 25 दिसंबर 2024 बुधवार को निशुल्क प्रकृति परीक्षण, रक्त शर्करा जांच, रक्तचाप जांच एवं प्रकृतिनुसार आहार-विहार-विचार एवं व्यवहार परामर्श एवं उपचार शिविर का आयोजन ओम मेडिकल स्टोर कबीर चौक रायगढ़ में प्रात: 10 बजे से मध्यान्ह 2 बजे तक आयोजित कीया जा रहा है। जिसमें व्यक्ती अपनी प्रकृति (वात-पित्त-कफ) को जानकर उसके अनुरूप अपनी प्रकृति अनुसार आहार-विहार-विचार, दिनचर्या एवं ऋतुचर्या का पालन कर निरोगी एवं आनंदित जीवन जी सकता है,। प्रकृति और ब्रह्मांड के संबंध के विषय में बताते हुये आयुर्वेदाचार्य नाड़ीवैद्य डॉ.नागेन्द्र नारायण शर्मा ने कहा की जिस तरह से पूरी सृष्टि का निर्माण पंचमहाभूत (आकाश-वायु-अग्नि-जल-पृथ्वी) से हुआ है, उसी तरह हमारा शरीर भी पंचभौतिक (आकाश-वायु-अग्नि-जल-पृथ्वी) है। और जो तीन दोषों वात-पित्त-कफ से हमारी प्रकृति का निर्माण होता है वह दोष भी अलग अलग महाभूतों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस तरह प्रकृति परीक्षण के माध्यम से हम अपनी प्रकृति को जानकर इस पंचमहाभूतात्मक सृष्टि से अपनी प्रकृति अनुसार आहार-विहार-विचार एवं व्यवहार कर स्वस्थ व आनंदित जीवन जी सकते हैं।
*अपना प्रकृति परीक्षण करा अपनी प्रकृति जानकर।*
*प्रकृति अनुसार करें आहार-विहार-विचार और व्यवहार।।*
*पायें निरोगी-सुखी और आनंदित जीवन का उपहार।*
*यही है वैश्विक स्वास्थ्य के लिये आयुर्वेद का नवाचार।।*
ओम मेडिकल स्टोर के संचालक ललित महंत ने अंचलवासियों से
से अधिक से अधिक संख्या मे अपनी प्रकृति परीक्षण कराकर “देश का प्रकृति परिक्षण” अभियान के इस विशेष शिविर का लाभ उठाने की अपील की है। इस शिविर के विषय मे निशुल्क प्रकृति परीक्षण कराने एवं शिविर का लाभ उठाने हेतु मोबाइल नंबर 9826111738 पर संपर्क कर निर्धारित समय प्राप्त कर असुविधा से बचा जा सकता है।

 

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