बस्तर की रेल सेवाओं के विस्तार के लिए सांसद महेश कश्यप की पहल तेज — वंदे भारत, जनशताब्दी और नई रेल परियोजनाओं पर रेल मंत्री से की विस्तृत चर्चा**






त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा राहुल ***/ दंतेवाड़ा/जगदलपुर।
बस्तर को आधुनिक रेल सुविधाओं से जोड़ने, जनजातीय बहुल इलाकों में तेज़ यात्री सेवाएँ उपलब्ध कराने और क्षेत्र को आर्थिक, सामाजिक व औद्योगिक रूप से गति देने हेतु बस्तर सांसद महेश कश्यप ने राजधानी नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की।
इस महत्वपूर्ण बैठक में सांसद कश्यप ने बस्तर की रेल कनेक्टिविटी को सुदृढ़, विस्तृत और आधुनिक बनाने के लिए कई अहम मुद्दे प्रखरता से उठाए तथा वर्षों से लंबित महत्वपूर्ण मांगों के शीघ्र समाधान की पुरजोर मांग रखी।
सांसद कश्यप ने बताया कि बस्तर की भौगोलिक स्थिति, जनजातीय आबादी और औद्योगिक संभावनाओं के अनुरूप रेल सेवाओं का विस्तार अत्यावश्यक है। उन्होंने वंदे भारत और जनशताब्दी जैसी हाई-स्पीड प्रीमियम सेवाओं के संचालन को बस्तर की बड़ी जरूरत बताया।
🔷 प्रमुख मांगें, जिन्हें सांसद महेश कश्यप ने रेल मंत्री के समक्ष रखा

1️⃣ जगदलपुर–विशाखापट्टनम वंदे भारत ट्रेन का संचालन
जगदलपुर बस्तर संभाग का मुख्यालय और तेजी से उभरता औद्योगिक केंद्र है। नगरनार में स्थापित नवरत्न कंपनी का अत्याधुनिक स्टील प्लांट इस क्षेत्र को राष्ट्रीय औद्योगिक मानचित्र पर विशिष्ट स्थान प्रदान कर रहा है।
विशाखापट्टनम—व्यापार, उद्योग, चिकित्सा और पर्यटन की दृष्टि से जगदलपुर का सबसे बड़ा सहयोगी शहर है।
वंदे भारत ट्रेन से यात्रियों को—
त्वरित, सुरक्षित यात्रा,
व्यापारिक गतिविधियों में बढ़ोतरी
तथा रोजगार और आवागमन में बड़ी सुविधा मिलेगी।
2️⃣ जगदलपुर–भुवनेश्वर वंदे भारत सेवा की मांग
भुवनेश्वर धार्मिक, शैक्षणिक और प्रशासनिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण शहर है।
बस्तर से श्री जगन्नाथ धाम के दर्शन हेतु प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु यात्रा करते हैं।
वर्तमान यात्रा अवधि — 16 घंटे
वंदे भारत से — 7–8 घंटे
इससे बस्तर के श्रद्धालुओं, मरीजों, छात्रों और व्यवसायियों को बड़ी राहत मिलेगी।
3️⃣ जगदलपुर–राउरकेला वंदे भारत ट्रेन
राउरकेला तक पहुंचने के मौजूदा विकल्प सीमित हैं और यात्रा समय भी काफी अधिक लगता है।
वंदे भारत सेवा शुरू होने पर—
व्यवसायियों,
छात्रों,
और दैनिक यात्रियों
को अत्यंत तेज, आरामदायक और समय की बचत करने वाली आधुनिक कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी।
4️⃣ जगदलपुर–रायगढ़ जनशताब्दी ट्रेन
छत्तीसगढ़ के दो प्रमुख क्षेत्रों—बस्तर और रायगढ़—के बीच जनशताब्दी सेवा शुरू होने से—
उद्योग,
खनिज व्यापार,
शिक्षा,
स्वास्थ्य सेवाएँ
और आंतरिक राज्य कनेक्टिविटी को नई गति मिलेगी।
यह सेवा राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
🛤️ स्वीकृत रेल परियोजनाओं के कार्य में तेजी की मांग
सांसद कश्यप ने रेल मंत्री का ध्यान निम्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं की ओर भी आकर्षित किया—
स्वीकृत चार नई रेल लाइनों के निर्माण में तेजी
रावघाट–जगदलपुर रेल लाइन को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करना
कोरापुट–मलकानगिरी–भद्राचलम रेल लाइन को सुकमा से जोड़ने की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ करना
इन परियोजनाओं को “जनजाति गौरव बस्तर रेल कॉरिडोर” नाम देने की आधिकारिक घोषणा
उन्होंने कहा कि यह कॉरिडोर बस्तर की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर नई ऊँचाई देगा और जनजातीय क्षेत्रों में विकास की अनूठी मिसाल बनेगा।
🗣️ सांसद महेश कश्यप का बयान — “बस्तर का सर्वांगीण विकास हमारा संकल्प”
सांसद कश्यप ने प्रेस को जारी बयान में कहा—
“बस्तर को पहली बार रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में ऐतिहासिक सौगातें मिली हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और पूरी भाजपा सरकार का मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ जिनके संवेदनशील नेतृत्व के कारण बस्तर के सपनों को पंख लग रहे हैं।
मुझे विश्वास है कि वंदे भारत और जनशताब्दी ट्रेनों की हमारी वर्तमान मांगों पर केंद्र सरकार शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेगी।
बस्तर के विकास में इन सुविधाओं से क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा।”





