महापौर संजूदेवी राजपूत ने अधिकारियों को दिए निर्देश – नागरिकों के कार्यों में पारदर्शिता और गति लाएं, अनावश्यक अवरोध न हों







त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****कोरबा, 06 नवम्बर 2025।
नगर पालिक निगम कोरबा की महापौर श्रीमती संजूदेवी राजपूत ने आज निगम के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर नगर निगम से जुड़े जनसंबंधी कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि आम नागरिकों के कार्यों में किसी भी प्रकार की अनावश्यक देरी या बाधा नहीं आनी चाहिए। प्रत्येक अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नागरिकों के आवेदन और आवश्यक कार्य समयसीमा के भीतर पूरे हों ताकि किसी को भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
महापौर श्रीमती राजपूत ने कहा कि निगम से जुड़ी सभी सेवाएं जनता के लिए हैं, अतः हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी यह है कि हम नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से लेकर त्वरित निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि “जो कार्य नियमानुसार हैं और किए जाने योग्य हैं, उन्हें विलंबित करना उचित नहीं। ऐसे सभी प्रकरणों का शीघ्र और पारदर्शी समाधान किया जाए।”
महापौर ने विशेष रूप से भवन अनुज्ञा, राजस्व, संपदा और अतिक्रमण विभागों से जुड़े अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि भवन निर्माण अनुमति संबंधी कार्यों में तेजी लाएं तथा नियमानुसार अनुज्ञा समयसीमा के भीतर प्रदान करें। नामांतरण और हस्तांतरण से जुड़े आवेदन अक्सर विलंब का कारण बनते हैं, जिससे नागरिकों को कठिनाई होती है, इसलिए इन प्रकरणों का त्वरित निराकरण अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें।
राजस्व वसूली की समीक्षा करते हुए महापौर श्रीमती राजपूत ने कहा कि वसूली प्रक्रिया को सहज, सुगम और पारदर्शी बनाना आवश्यक है, जिससे निगम के राजस्व लक्ष्य की प्राप्ति भी हो सके और करदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि निगम की कार्यप्रणाली ऐसी होनी चाहिए कि नागरिकों को निगम कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें।
बैठक एम.आई.सी. सभाकक्ष, साकेत प्रशासनिक भवन में आयोजित हुई, जिसमें उपायुक्त श्री नीरज कौशिक, निगम सचिव श्री रामेश्वर सिंह कंवर, निज सहायक श्री सचिन तिवारी, संपदा अधिकारी श्री अनिरुद्ध सिंह, सहायक राजस्व अधिकारी श्री सुमित गुप्ता, सहायक अभियंता श्री आकाश अग्रवाल, उप जोन प्रभारी अजय अग्रवाल, अविनाश जायसवाल, संजय ठाकुर, दिलेश्वर सिंह, महेश्वर सिंह, पुखराज यादव, भावेश यादव, पी.जी. गोस्वामी, अजय शुक्ला, प्रिंस कुमार सिंह, देवव्रत आदित्य, मनहरणलाल नेताम, उत्तम राठौर, करन पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
महापौर श्रीमती राजपूत ने अंत में कहा कि निगम प्रशासन को जनता के प्रति उत्तरदायी बनाना हम सभी की साझा जिम्मेदारी है, और इसके लिए पारदर्शिता, समयबद्धता एवं संवेदनशीलता को कार्यसंस्कृति का हिस्सा बनाना होगा।





