पोंडी ब्लॉक में बीआरसी की कार्यप्रणाली पर सवाल, जांच में पद दुरुपयोग और शैक्षणिक अस्थिरता उजागर






त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ***/ कोरबा। पोंडी ब्लॉक के बीआरसी पर लगे गंभीर आरोपों की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। 25 सितंबर को पोंडी उपरोड़ा में की गई जांच में शैक्षणिक अस्थिरता और पद के दुरुपयोग के मामले उजागर हुए। इस जांच के लिए गठित संयुक्त टीम में करतला बीईओ संदीप पांडेय और कटघोरा बीईओ अभिमन्यु टेकाम शामिल थे।
पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक के कुल 68 सीएसी में से 58 सीएसी इस जांच में उपस्थित रहे। उन्होंने जांच टीम के समक्ष बीआरसी की कार्यशैली और व्यवहार को लेकर गंभीर आपत्तियाँ दर्ज कीं। सीएसी का आरोप है कि बीआरसी अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं, जिससे ब्लॉक में शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्य बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। बिना तालमेल और सहयोग के कार्य करने की वजह से शिक्षा व्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ा है।
सीएसी ने यह भी कहा कि बीआरसी द्वारा निरीक्षण और अवलोकन कार्य निष्पक्षता से नहीं किए जा रहे, बल्कि दुर्भावना और बदले की भावना से किए जा रहे हैं। इससे शिक्षकों और सीएसी का मनोबल गिरा है। उपस्थित सीएसी ने जांच टीम से मांग की कि उनके लिखित बयान और प्रस्तुत साक्ष्यों को गंभीरता से दर्ज कर उच्च कार्यालय तक भेजा जाए।
सीएसी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि दोषी पाए जाने पर बीआरसी के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जांच टीम ने सभी पक्षों के बयान और साक्ष्य संकलित कर लिए हैं और अब रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।
हालांकि सीएसी ने आशंका जताई कि कहीं यह मामला विभागीय स्तर पर दबा न दिया जाए और फाइलों में ही लंबित न रह जाए। अब देखना यह होगा कि विभाग समय रहते आवश्यक कदम उठाता है या नहीं। इस पूरे प्रकरण ने ब्लॉक में शैक्षणिक वातावरण और प्रशासनिक स्थिरता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।





