मनीष अग्रवाल ने माता-पिता की पुण्य स्मृति में जनसेवा हेतु भेंट की मर्चुरी मशीन, शिव सेवा फाउंडेशन को सौंपी जिम्मेदारी


कोरबा, 17 मई 2025।
त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ जनसेवा को सर्वोपरि मानने वाले समाजसेवी एवं अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के राष्ट्रीय संयोजक मनीष अग्रवाल ने एक और सराहनीय पहल करते हुए अपने माता-पिता स्व. श्री गोविंदराम अग्रवाल एवं स्व. श्रीमती गीता बाई अग्रवाल की पुण्य स्मृति में मर्चुरी मशीन समाज हित में प्रदान की। इस मर्चुरी मशीन का संचालन क्षेत्र की प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था शिव सेवा फाउंडेशन द्वारा किया जाएगा।
मर्चुरी मशीन को रखने के लिए शिव सेवा फाउंडेशन द्वारा लगभग डेढ़ लाख रुपये की लागत से मर्चुरी घर का निर्माण कराया गया, जिसमें समाज के सभी वर्गों का सहयोग रहा। यह प्रयास न केवल जनसेवा की मिसाल है, बल्कि सामूहिक सहभागिता का प्रतीक भी है। इस पुण्य कार्य का शुभारंभ स्वयं मनीष अग्रवाल के करकमलों से किया गया।
उपस्थित गणमान्य नागरिक एवं प्रतिनिधिगण:
इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे — शिवनगर की पार्षद श्रीमती सीमा कंवर, संस्थापक बजरंग बहादुर सोनी, रवि यादव, संतोष बहादुर सोनी, अजय धीवर, शिव सेवा फाउंडेशन अध्यक्ष ललित साहू, सचिव शंकर बहादुर सोनी, कोषाध्यक्ष योगेश राठौर, उपाध्यक्ष रविकांत वैष्णव, मारवाड़ी युवा मंच दर्री से दिनेश अग्रवाल और अरुण केडिया, ग्राम से डॉ. चंद्रा, गोरेलाल चंद्रा, छेदीराम चौहान सहित समाज के प्रमुख, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में स्थानीय जन उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि मनीष अग्रवाल का वक्तव्य:
“शिव सेवा फाउंडेशन पिछले 5 वर्षों से क्षेत्र में निरंतर सामाजिक सेवा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। मुझे अत्यंत प्रसन्नता है कि यह मर्चुरी मशीन इस संस्था को सौंप कर मैं समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एक अंश निभा रहा हूं। यह सेवा निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर नागरिक शिव सेवा फाउंडेशन या मारवाड़ी युवा मंच दर्री-जमनीपाली के सदस्यों से संपर्क कर सकते हैं।”
समाज की सराहना:
उपस्थित सभी समाज प्रमुखों एवं गणमान्य नागरिकों ने इस सेवा कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की और मनीष अग्रवाल द्वारा समाज के लिए किए जा रहे सेवा प्रयासों को प्रेरणास्रोत बताया। मंच संचालन की जिम्मेदारी बजरंग बहादुर सोनी द्वारा प्रभावशाली रूप से निभाई गई।
यह सेवा कार्य न केवल दिवंगत आत्माओं को सच्ची श्रद्धांजलि है, बल्कि समाज के लिए एक संवेदनशील और आवश्यक सुविधा का विस्तार भी है। ऐसे प्रयास समाज में नई ऊर्जा और समर्पण की भावना भरते हैं। मनीष अग्रवाल द्वारा किया गया यह योगदान निश्चित रूप से आने वाले समय में एक प्रेरणादायी उदाहरण के रूप में देखा जाएगा।
