बचपन के दोस्तों संग होली: रंगों में डूबी पुरानी यादें
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बचपन के दोस्तों संग होली: रंगों में डूबी पुरानी यादें
होली का त्योहार खुशियों, मस्ती और रंगों का संगम होता है, लेकिन जब यह बचपन के दोस्तों के साथ मनाई जाए, तो इसकी मिठास और भी बढ़ जाती है। इस साल कई लोगों ने अपने बचपन के दोस्तों से मिलकर होली खेली और पुरानी यादों को ताज़ा किया।
बचपन की दोस्ती, फिर से रंगों में भीगी
देशभर में कई जगहों पर लोगों ने अपने बचपन के यारों के साथ मिलकर गुलाल उड़ाया और ठहाकों के बीच इस पर्व का आनंद लिया। कुछ दोस्तों ने अपने पुराने मोहल्ले में लौटकर वहीं होली खेली, जहां उन्होंने बचपन में रंग उड़ाए थे।
पुरानी टोली फिर से हुई एकजुट
दिल्ली, पटना, इंदौर, वाराणसी और कोलकाता जैसे शहरों में पुराने दोस्त इकट्ठा हुए और होली के बहाने फिर से उसी बचपन की शरारतों को दोहराया। लखनऊ में एक ग्रुप ने 20 साल बाद एक साथ होली खेली और कहा, “यह सिर्फ रंग नहीं, बल्कि हमारी पुरानी दोस्ती का ताज़ा अहसास है।”
सोशल मीडिया पर बचपन की होली का ट्रेंड
इस खास मिलन की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर भी छाए रहे। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #BachpanKiHoli ट्रेंड करता दिखा। कई लोगों ने लिखा, “बचपन की दोस्ती और होली का त्योहार—इससे खूबसूरत कुछ नहीं!”
निष्कर्ष
होली का रंग भले ही कुछ घंटों में धुल जाए, लेकिन बचपन के दोस्तों संग मनाई गई होली की यादें हमेशा दिलों में बसी रहती हैं। इस साल कई लोगों ने यह साबित कर दिया कि सच्ची दोस्ती वक्त के साथ और भी गहरी होती जाती है।
