कोरबा में हुआ भव्य होलिका दहन, बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व मनाया गया
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त्रिनेत्र टाइम्स ****/ कोरबा। जिले में फाल्गुन पूर्णिमा के अवसर पर परंपरागत रूप से होलिका दहन किया गया। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने हर्षोल्लास के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत का यह पर्व मनाया। इस दौरान धार्मिक अनुष्ठान, भजन-कीर्तन और होलिका माता की पूजा की गई।
पौराणिक कथा से जुड़ा महत्व
धार्मिक मान्यता के अनुसार, राजा हिरण्यकश्यप के पुत्र प्रह्लाद, जो भगवान विष्णु के परम भक्त थे, को मारने के लिए उसकी बुआ होलिका ने अग्नि में बैठने का प्रयास किया। लेकिन प्रभु की कृपा से प्रह्लाद सुरक्षित रहे और होलिका जलकर भस्म हो गई। तब से यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में मनाया जाता है।
कोरबा में हुआ भव्य आयोजन
कोरबा के विभिन्न स्थानों पर होलिका दहन का आयोजन किया गया, जहां ग्रामीणों और शहरी निवासियों ने मिलकर लकड़ियों, उपलों और अन्य सामग्री से होलिका तैयार की। शुभ मुहूर्त में अग्नि प्रज्वलित कर सुख-समृद्धि और परिवार की मंगलकामना की गई।
समाज में प्रेम और सद्भाव का संदेश
होलिका दहन के अवसर पर नागरिकों ने आपसी सौहार्द और भाईचारे को बनाए रखने का संकल्प लिया। इस दौरान धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।
रंगों के त्योहार के लिए उत्साहित लोग
होलिका दहन के बाद शहरवासियों ने अबीर-गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएँ दीं और अगले दिन रंगों की होली मनाने के लिए उत्साह व्यक्त किया।
