कोरबा में श्री श्याम महोत्सव की भव्य छटा, महापौर ने किए दर्शन, भजनों में झूमे भक्त




त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ कोरबा श्री सप्तदेव मंदिर में आयोजित “श्री श्याम जी की बारस फाल्गुन महोत्सव” श्रद्धा, भक्ति और उल्लास का अनूठा संगम बना। छत्तीसगढ़ प्रांतीय अग्रवाल संगठन और मंदिर महिला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में हुए इस भव्य आयोजन में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। कोलकाता की प्रसिद्ध कलाकार डॉली अग्रवाल और श्वेता अग्रवाल के संगीतमय ज्योत पाठ ने भक्तों को भक्ति रस में डुबो दिया, जिससे पूरा मंदिर परिसर श्री श्याम भजनों की गूंज से सराबोर हो गया।
महापौर संजू देवी राजपूत का मंदिर आगमन, हुईं सम्मानित
कोरबा की नवनिर्वाचित महापौर श्रीमती संजू देवी राजपूत भी इस भव्य आयोजन में शामिल हुईं। उन्होंने भगवान श्री श्याम जी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया और श्रद्धालुओं के साथ भक्ति में लीन हो गईं। उन्होंने बताया कि महापौर चुने जाने से पहले उन्होंने श्री श्याम जी से जीत की मन्नत मांगी थी, जो पूरी होने पर वे दर्शन करने विशेष रूप से आईं। इस मौके पर मंदिर ट्रस्ट द्वारा महापौर को चुनरी, श्रीफल और पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया।
भक्ति का अनूठा संगम: फूलों की होली, अखंड ज्योत और 56 भोग
महोत्सव की सबसे आकर्षक झलक फूलों की होली और महाआरती रही, जिसमें भक्तों ने श्रद्धा से भगवान को 56 भोग अर्पित कर भक्तिमय वातावरण को और भी दिव्य बना दिया। इसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
भव्य आयोजन में गणमान्य अतिथियों की शिरकत
इस आयोजन में अग्रवाल सभा के अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल, श्री श्याम मित्र मंडल के अध्यक्ष मन्नी अग्रवाल, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष योगेश जैन, लायंस क्लब ऑफ कोरबा के पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम बंसल, अशोक अग्रवाल, श्रीकांत बुधिया सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
श्री सप्तदेव मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख श्री अशोक मोदी ने सनातन धर्म और भक्ति की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम के सफल आयोजन पर सभी को बधाई दी।
भक्ति, उल्लास और आस्था का अनुपम संगम
“श्याम बाबा का दरबार, भक्तों का अटूट प्यार!” इस आयोजन में यही नज़ारा देखने को मिला। श्री श्याम जी के अलौकिक श्रृंगार, मधुर भजनों, फूलों की होली और विशाल भंडारे ने इस महोत्सव को ऐतिहासिक बना दिया। श्रद्धालु भक्ति में डूबे नजर आए और भजनों पर झूमते हुए पूरे वातावरण को दिव्यता से भर दिया।
