कोरबा एसईसीएल और प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगा कुसमुंडा और गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय के सामने पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन करेंगे भू-विस्थापित किसान




कोरबा सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम कोल् इंडिया की अनुसांगिक कंपनी एसईसीएल बिलासपुर के अधीन कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में स्थापित एसईसीएल के कुसमुंडा और गेवरा क्षेत्र में 11 और 12 सितंबर को भू-विस्थापितों के रोजगार, बसावट, जमीन वापसी, पट्टा देने, मुआवजा और अन्य मांगों को लेकर आर्थिक नाकेबंदी की गई थी जिस पर जिला प्रशासन की उपस्थिति में 21 सितंबर को त्रिपक्षीय वार्ता कर भू-विस्थापितों की समस्याओं का निराकरण करने के आश्वाशन पर आर्थिक नाकेबंदी आंदोलन स्थगित की गयी थी।
जानकारी के अनुसार प्रबंधन और प्रशासन द्वारा बिना किसी चर्चा किए त्रिपक्षीय वार्ता को स्थगित कर दिया गया हैं औरबैठक के संबंध में कोई और निश्चित समय भी नहीं दिया गया है। आरोप लगाते हुए कहा जा रहा हैं की आंदोलन को टालने के लिए केवल झूठा आश्वाशन हर बार की तरह प्रबंधन और प्रशासन द्वारा दिया गया है लेकिन अब छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू-विस्थापित संगठन भू-विस्थापितों की समस्याओं का निराकरण नहीं होने तक चुप बैठने वाला नहीं है। आगे और उग्र आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
बताया जा रहा हैं की एसईसीएल और प्रशासन के वादाखिलाफी और भू-विस्थापितों के किये जा रहे शोषण के खिलाफ 21 सितंबर को कुसमुंडा और गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय के सामने सीएमडी और प्रशासन का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन कर आगे और उग्र आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
