दीपका में बिजली विभाग पर फूटा महिलाओं का गुस्सा!—‘लूटनामा बिल’ और लाइन काटने के विरोध में जोरदार प्रदर्शन, घेराव की दी चेतावनी






त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ कोरबा-पश्चिम, दीपका।
दीपका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 2 ज्योति नगर में बिजली विभाग की कथित लापरवाही, मनमानी व अत्यधिक बिल वसूली के खिलाफ महिलाओं का आक्रोश मंगलवार को फूट पड़ा। बड़ी संख्या में महिलाएँ दीपका बिजली कार्यालय में पहुँच गईं और विभागीय अधिकारियों–कर्मचारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए तीखा विरोध प्रदर्शन किया।
आक्रोशित महिलाओं ने स्पष्ट आरोप लगाए कि—
नियमित बिल भरने वाले उपभोक्ताओं को भी मनमाने और अनाप-शनाप बिल भेजे जा रहे हैं।
कई घरों के बिजली कनेक्शन बिना नोटिस काट दिए गए, जिससे परिवार अंधेरे में रहने को मजबूर हैं।
विभाग जानबूझकर ईमानदार उपभोक्ताओं पर सख्ती कर रहा है, जबकि अवैध कनेक्शन लेने वालों पर कभी कार्रवाई नहीं होती।
“बिल सुधारो… लाइन जोड़ो… नहीं तो घेराव करेंगे!” – महिलाओं की चेतावनी
महिलाओं ने बिजली विभाग के सामने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी कि—
“अगर बिलों का तत्काल सुधार नहीं हुआ और कटी हुई लाइनें तुरंत बहाल नहीं की गईं, तो जन-आंदोलन छेड़ देंगे और बिजली कार्यालय का घेराव करेंगे।”
महिलाओं ने यह भी कहा कि विभाग की यह मनमानी रोजमर्रा की जिंदगी पर भारी पड़ रही है।
लोग समय पर बिल जमा करते हैं, फिर भी हजारों रुपये के ‘झूठे बकाया’ जोड़कर बिल भेजे जा रहे हैं। ऐसे में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की हालत और खराब हो रही है।
दोहरे मापदंड का गंभीर आरोप
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा—
“ईमानदार उपभोक्ताओं को परेशान किया जा रहा है, पर अवैध बिजली चोरी करने वालों पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं होती। क्या यही बिजली विभाग की न्याय व्यवस्था है?”
उनके अनुसार विभाग के कुछ कर्मचारियों द्वारा जानबूझकर उपभोक्ताओं को परेशान करने की शिकायतें पहले भी दी गई थीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
बड़ी संख्या में महिलाएं हुईं शामिल — जन आक्रोश बना एकजुटता की मिसाल
इस विरोध प्रदर्शन में शामिल प्रमुख महिलाओं में—
अनीता तिवारी, कंचन देवी, प्रभा देवी, रानी देवी, चुनी देवी, सिपल देवी, चंदा सिंह, ममता वर्मा, बबीता सोनी, रूबी देवी, शिवराम, सावित्री केवट
सहित वार्ड की अन्य अनेक महिलाएं मौजूद रहीं।
पूरे कार्यक्रम में महिलाओं का गुस्सा साफ झलक रहा था। वे इस मुद्दे को अब सामूहिक लड़ाई के रूप में उठाने की तैयारी में हैं।
बढ़ रहा असंतोष — स्थायी समाधान की मांग
प्रदर्शनकारियों ने जोर देकर कहा कि—
यदि विभाग ने तत्काल ठोस कदम नहीं उठाए, तो यह विरोध बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है और इसकी पूरी जिम्मेदारी दीपका बिजली विभाग की होगी।





