✨बालको डीपीएस का 13वाँ वार्षिक समारोह चमका सांस्कृतिक रंगों से: विविधता, परंपरा और आधुनिक शिक्षा का अद्भुत संगम✨






त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ बालकोनगर, 29 नवंबर 2025। बालको दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) का 13वाँ वार्षिक समारोह इस वर्ष भव्यता, अनुशासन और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक बनकर उभरा। विद्यालय परिसर में आयोजित यह विशाल कार्यक्रम भारत की परंपराओं, त्योहारों और प्रतिभाओं का अद्भुत उत्सव साबित हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार रहे, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को विशेष रूप से बढ़ाया।
दीप प्रज्वलन से सजी पावन शुरुआत
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके बाद बच्चों द्वारा प्रस्तुत मधुर स्वागत गीत ने माहौल को उत्साहपूर्ण बना दिया। मंच पर एक के बाद एक प्रस्तुत हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को तालियों की गड़गड़ाहट से भर दिया।

भारत की विविधता का मनमोहक प्रदर्शन
छेरछेरा, हरेली, पोंगल, बिहू और बैसाखी जैसे फसल पर्वों पर आधारित नृत्य प्रस्तुतियों ने भारत की सांस्कृतिक बहुरूपता का सुंदर चित्र खींचा।
पुराणों से प्रेरित नाटक ‘भक्त प्रह्लाद’ ने दर्शकों के मन में भक्ति और साहस का भाव जगाया और यह पूरे समारोह का मुख्य आकर्षण रहा।
उत्कृष्ट उपलब्धियों का गौरवपूर्ण प्रदर्शन
वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए विद्यालय के प्राचार्य श्री कैलाश पवार ने बताया कि वर्ष 2025 विद्यालय के लिए उपलब्धियों से भरा रहा।
– छात्रों ने शैक्षणिक, खेलकूद, सांस्कृतिक और सहगामी गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन किया।
– विद्यालय की एनसीसी यूनिट की सक्रियता ने बच्चों में अनुशासन, देशभक्ति और नेतृत्व क्षमता को मजबूती दी।
– जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मिली उपलब्धियों ने विद्यालय का मान बढ़ाया।
उन्होंने कहा कि विद्यालय का लक्ष्य हर विद्यार्थी को उसके सर्वांगीण विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ाना है।
सीईओ श्री राजेश कुमार का प्रेरक संदेश
मुख्य अतिथि श्री राजेश कुमार ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि—

“आज के बदलते तकनीकी युग में हमें अपनी सांस्कृतिक परंपराओं को बचाते हुए बच्चों में अनुशासन, मूल्यों और आत्मविश्वास के बीज बोने होंगे। बालको डीपीएस का यह समारोह शिक्षा और संस्कृति के समन्वय का प्रत्यक्ष प्रमाण है। बच्चों का आत्मविश्वास और रचनात्मकता हमें एक उज्ज्वल भविष्य का संकेत देती है।”
उन्होंने विद्यार्थियों से बड़े सपने देखने, निरंतर सीखते रहने और अपनी क्षमताओं पर अटूट विश्वास रखने का आग्रह किया।
एकता के संदेश के साथ हुआ समापन
यह रंगारंग शाम भारत की राष्ट्रीय एकता और विविधता में एकता को सशक्त रूप से प्रदर्शित करती रही। लगभग एक हजार से अधिक दर्शकों की उपस्थिति में समारोह का समापन सामूहिक राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।
बालको डीपीएस का 13वाँ वार्षिक समारोह यादगार संदेश छोड़ गया—
“संस्कार, शिक्षा और प्रतिभा का संगम ही श्रेष्ठ भविष्य का मार्ग बनाता है।”





