तुमान क्षेत्र को बड़ी सौगात — जिला पंचायत अध्यक्ष पवन कुमार सिंह की पहल पर हायर सेकेंडरी स्कूल को मिली स्वीकृति, बिंझरा में धान खरीदी का शुभारंभ, किसानों और ग्रामीणों में उत्साह की लहर







त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ कोरबा जिले में शिक्षा और कृषि—दोनों मोर्चों पर आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण रहा। धान खरीदी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर कोरबा ने अध्यक्ष जिला पंचायत कोरबा पवन कुमार सिंह के विशेष आग्रह पर हायर सेकेंडरी स्कूल तुमान को औपचारिक स्वीकृति प्रदान कर दी। यह निर्णय तुमान क्षेत्र के हजारों विद्यार्थियों और ग्रामीण परिवारों के लिए एक ऐतिहासिक उपहार साबित हुआ है।

अब तक हाई स्कूल भवन में अस्थायी रूप से संचालित हो रहा हायर सेकेंडरी स्कूल अब अपने स्वतंत्र और सुसज्जित भवन में स्थानांतरित होगा। इस व्यवस्था से विद्यार्थियों को बेहतर माहौल, प्रयोगशालाएँ, कक्षाएँ और शिक्षा संसाधन उपलब्ध होंगे। ग्रामीणों ने इस निर्णय को क्षेत्र के शिक्षा विकास की दिशा में “मील का पत्थर” बताया।

ग्रामीणों ने बताया कि यह मांग वर्षों से लंबित थी, लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने इसे प्राथमिकता देते हुए लगातार प्रशासन के सामने मजबूती से रखा। जैसे ही स्वीकृति की घोषणा हुई, क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई और ग्रामीणों ने “शिक्षा क्षेत्र को नई पहचान मिलने” की बात कही।
बिंझरा धान खरीदी केंद्र में सीजन का शुभारंभ — किसानों ने जताई खुशी
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति बिंझरा, विकासखंड पौड़ी-उपरोड़ा।
धान खरीदी के नए सीजन की शुरुआत आज बिंझरा में हुई, जहाँ अध्यक्ष जिला पंचायत कोरबा पवन कुमार सिंह ने धान खरीदी प्रक्रिया का औपचारिक शुभारंभ किया। केंद्र पर सुबह से ही किसानों की आवाजाही शुरू हो गई थी, जिसके चलते परिसर में उत्साहपूर्ण माहौल देखने को मिला।

इस अवसर पर ग्राम सरपंच चंद्रिका देवी, सरपंच गणेश बाई, सरपंच विष्णु यादव, विवेक मारकंडे, गंगा प्रसाद पटेल, समिति के अधिकारी–कर्मचारी तथा स्थानीय किसान उपस्थित थे। शुभारंभ के दिन चार किसानों ने धान विक्रय कर खरीदी प्रक्रिया की शुरुआत की।
पवन कुमार सिंह ने निरीक्षण के दौरान किसानों से सीधे मुलाकात की और कहा—
“किसान हमारी ताकत हैं। खरीदी केंद्रों की व्यवस्थाएँ पारदर्शी और सुचारू रहें, यह हमारी प्राथमिकता है। तुमान हायर सेकेंडरी स्कूल की स्वीकृति भी इसी तरह ग्रामीण विकास की श्रृंखला में एक प्रमुख कदम है।”
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी किसान को परेशानी न हो, तौल प्रक्रिया निर्बाध चले और परिवहन–भंडारण से जुड़ी व्यवस्थाएँ समय पर पूरी हों।
ग्रामीणों और किसानों ने जिला पंचायत अध्यक्ष और कलेक्टर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह दिन शिक्षा और कृषि—दोनों क्षेत्रों के लिए ऐतिहासिक साबित होगा।





