संकट में मदद : पुलिस ने जरूरतमंदों को घर-घर पहुंचाया सामान..गरीब के घर का दरवाजा भी लगवाया गया..



बरमकेला। लॉकडाउन के चलते मजदूरी करने वालों की स्थिति बहुत खराब हो गई है। उनके पास दो वक्त की रोटी के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में रायगढ़ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने नेक पहल करते हुए हेल्प डेस्क बनाया है, जिसके तहत जिले के सभी थाना व चौकी क्षेत्रों की पुलिस सामाजिक संगठनों व समाज सेवियों की मदद से जरूरतमंदों की सेवा कर रही हैं। इस लॉकडाउन के बीच ग्रामीण अंचल के डोंगरीपाली में भी पहली बार पुलिस का सामाजिक चेहरा सामने आया है। डोंगरीपाली थानेदार जितेंद्र एसैया और एएसआई आरके मानिकपुरी के नेतृत्व में इन दिनों थाना क्षेत्र के गांव-गांव और घर-घर पहुंचकर लोगों को जरूरी सामान मुहैया करा रहे।
जंगलों व पहाड़ों से घिरे इस क्षेत्र के लोग पहली बार पुलिस की इस चेहरा को देख रहे हैं। ये सब हो पाया है, पुलिस कप्तान संतोष सिंह और एएसपी अभिषेक वर्मा के दिशा निर्देश को अमल करते हुए टीआई जितेंद्र एसैया की वजह से। रोजाना टीआई श्री एसैया व एएसआई श्री मानिकपुरी अलग-अलग टीम लेकर अलग-अलग गांवों में पहुंच रहे हैं और जरूरतमंदों का जहां सहयोग कर रहे हैं तो वहीं कोरोना वायरस से भी लोग जागरूक कर रहे हैं। डोंगरीपाली पुलिस द्वारा जरूरतमंदों की मदद से जुड़े कार्यों की जमकर तारीफ हो रही है। क्योंकि इस क्षेत्र के लोग पहली बार इस तरह के नजारे देख रहे हैं।
कालाखूंटा में गरीब के घर लगवाए दरवाजे : पुलिस का नाम जेहन में आते ही एक कड़क, दबंग एवं रौबदार व्यक्ति की छवि मन में उभरती है। लेकिन, रायगढ़ जिले के डोंगरीपाली थानेदार जितेंद्र एसैया के नाम से लोगों में डर के बजाए एक अलग मानवीय चेहरा सामने आ रहा है। इसका कारण है कि थानेदार क्षेत्र में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ जिंदादिल इंसान होने का भी परिचय दे रहे हैं। इसका नमूना बीते दिनों थाना क्षेत्र के कालाखूंटा गांव में देखने को मिला। गश्त में यहां पहुंचे थे, उन्हें पता चला कि यहां एक गरीब व्यक्ति टूटे फूटे मकान में अकेला रहता है, उसके घर में दरवाजे तक नहीं लगे थे। आंखों की रोशनी भी चली गई है। पीडीएस से मिलने वाले चावल से जीवन यापन करता है। उन्हें बताया कि उसके घर से राशन व दाल चावल को अज्ञात चोरी कर ले जाते हैं। थानेदार साहब इसे सुन भावुक हो गए, उन्होंने अपने पैसे से उसके घर में लकड़ी का दरवाजा लगवाए। इसे देख गरीब गदगद हो उठा और उनका आभार भी जताया।
