सावन के पावन माह में आज नाग पंचमी – नाग देवता की पूजा-अर्चना, दूध-अर्पण और आस्था का पर्व





कोरबा, 29 जुलाई 2025।
त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को आज पूरे देश और विशेषकर छत्तीसगढ़ में नाग पंचमी का पर्व बड़े श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। यह पर्व नाग देवताओं को समर्पित है। हिन्दू धर्म में नाग पंचमी का विशेष महत्व है।
सुबह से ही मंदिरों और नाग देवता के पूजा स्थलों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। भक्त नाग देवता को दूध, जल, दूर्वा, फूल, हल्दी, कुशा और चंदन अर्पित कर नागदेवता से परिवार की सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और रक्षा की कामना कर रहे हैं।
ग्रामीण अंचल में महिलाएं आंगन में गोबर या मिट्टी से नाग का चित्र बनाकर या नाग मूर्ति स्थापित करके पूजा करती हैं। शहरी क्षेत्रों में शिवालयों और नाग मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन हो रहा है। कई स्थानों पर नाग मंत्रों का जाप, भजन-कीर्तन और रुद्राभिषेक भी हो रहे हैं।
धार्मिक मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है तथा सर्पदोष और विष का भय समाप्त होता है। इस अवसर पर उपवास रखकर पूजा करना, दूध का अर्पण करना और परिवार की कुशलता की कामना करना परंपरा का हिस्सा है।
नाग पंचमी के अवसर पर कोरबा, कटघोरा, पाली, करतला सहित जिले भर के शिव मंदिरों और नागदेवता स्थलों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। मंदिरों के आसपास धार्मिक वातावरण और भक्ति का उल्लास छाया हुआ है।
