भारत विकास परिषद का अभिनव अभियान: नेत्रदान-महादान,🔶 “भारत विकास परिषद का अभिनव अभियान: नेत्रदान-महादान, देहदान-सर्वश्रेष्ठ दान” 🔶





त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ कोरबा। भारत विकास परिषद इकाई कोरबा (छत्तीसगढ़ प्रांत) ने समाज सेवा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए “नेत्रदान-महादान, देहदान-सर्वश्रेष्ठ दान” अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य नेत्रहीन व्यक्तियों को दृष्टि प्रदान करना और आम जनता में नेत्रदान एवं देहदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
परिषद द्वारा जारी अपील में कहा गया है कि मृत्यु के उपरांत भी कोई व्यक्ति अपनी आंखों के माध्यम से इस दुनिया को रोशन कर सकता है। नेत्रदान के लिए कोई जाति, धर्म या उम्र की बाध्यता नहीं है। चश्मा पहनने वाले व मोतियाबिंद का ऑपरेशन करा चुके व्यक्ति भी नेत्रदान कर सकते हैं। यह प्रक्रिया मृत्यु के बाद 5 से 6 घंटे के भीतर संभव होती है और इसमें केवल आंखों के ऊपरी हिस्से का उपयोग किया जाता है।
जरूरी जानकारियां एवं सावधानियां:
✅ नेत्रदान की पूरी प्रक्रिया निशुल्क है।
✅ नेत्रदान हेतु टीम मृतक के निवास पर ही पहुंचती है।
✅ नेत्रदान के लिए पहले से शपथ लेना आवश्यक नहीं, परिजनों की स्वीकृति से भी यह किया जा सकता है।
✅ नेत्रदान के लिए मृत्यु के तुरंत बाद मृतक की आंखें बंद रखें और सिर के नीचे तकिया रखें।
परिषद ने QR कोड व वेबसाइट (https://netradaan.org.in) के माध्यम से ऑनलाइन संकल्प पत्र भरने की भी सुविधा प्रदान की है।
अध्यक्ष कमलेश यादव (मो. 9425532015) एवं सचिव कन्हैया लाल सोनी (मो. 9424165330) ने अपील करते हुए कहा कि “मृत्यु के बाद भी अपनी आंखों से दुनिया देखें और किसी के जीवन में उजाला भरें।”
नेत्रदान/देहदान संपर्क:
🔸 प्रकल्प प्रभारी महेश गुप्ता (मो. 7000410031)
🔸 कोषाध्यक्ष प्रेम रामचंदानी (मो. 9329827093)
