पानी की किल्लत को लेकर 7 ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने निस्तार हेतु पानी की मांग को लेकर कलेक्टर को दिया ज्ञापन



गर्मी की दस्तक के साथ ही बरमकेला ब्लॉक के दर्जनों ग्रामो में फिर जोर पकडने लगी पानी,निस्तार हेतु पानी की मांग उठने लगी

बरमकेला / गर्मी के मौसम ने दस्तक दे दी है और इसके साथ ही एक बार फिर बरमकेला ब्लॉक के दर्जनो ग्रामो में पानी की चर्चाओं ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में एक बार फिर इन मुद्दों के गरमाने के आसार बनने लगे हैं।
बरमकेला के ग्रामीण इलाका में जल संकट के कारण ही कई तरह की समस्याएं दशकों से लोगों की जिंदगी को मुश्किल भरा बना देती हैं। बरमकेला के अधिकांश गांवों में पानी का संकट होता है। ऐसा नहीं है कि पानी का संकट पूरे साल नहीं रहता, मगर फरवरी-मार्च आते ही इस संकट की चर्चाएं जोर पकड़ने लगती हैं और तमाम तरह के लोग इन मुद्दों को उठाने लगते हैं।
एक बार फिर गर्मी ने अपनी आहट दर्ज करा दी है तो उसके साथ ही इस इलाके का जल संकट, सूखा पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। इस क्षेत्र की जल समस्या के निदान के लिए वर्षों से योजनाएं बन रही हैं, बजट आ रहे हैं और खर्च भी हो रहे हैं, मगर तस्वीर में ज्यादा बदलाव नहीं आ रहा है। इसके अलावा भी जल स्रोतों को बचाने के लिए सरकारों ने करोड़ों रुपए का बजट मंजूर किया, नहरें बनाई, तालाब खुदबाए, मगर यह मुद्दा अब भी बना हुआ है। इस वर्ष निस्तारी तालाब पूर्णतः सुख चुके हैं, साथ ही भूजल स्तर नीचे चले जाने से पेयजल व्यवस्था हेतु नलकूपों में भी पानी सूखने के कगार पर है । उक्त सभी ग्राम पंचायतों में निस्तारी हेतु तालाबों के अतिरिक्त कोई अन्य विकल्प नही है ।तालाबो का सुख जाना मवेशियों के निस्तार के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । जिसमे सिंचाई विभाग में समस्याओं के निराकरण हेतु अवगत करा चुके हैं जिसमे संतोषजनक कार्यवाही नही होने पर आज जिला कलेक्टर महोदय के समक्ष निस्तारी तालाबो में जलभराव को लेकर अवगत कराया है, इसमे 7 ग्राम पंचायत शामिल हैं, हिर्री,कंठीपली,रिसोरा,कर्राकोट, बड़े नावापारा,खैरगढ़ी, सहजपली भी शामिल है।इस मौके पर महेश देहरी सरपंच नावापारा,घनश्याम इजरदार सरपंच पति सहजपली,शोभाचन्द मालाकार,विजय सिदार,विनोद वर्मा,गुरुचरण प्रधान,अंजलि प्रधान,अजय नायक डीडीसी, राजकिशोर पटेल,चंद्रशेखर भोय खैरगढ़ी, रविशंकर गुप्ता,जीवर्धन चौहान,दशरथ चौहान,सनत राणा,एवं समस्त पीड़ित ग्रामवासी एवं जनप्रतिनिधि उपस्तिथ थे ।
