चैत्र नवरात्रि का पांचवा दिन: माँ स्कंदमाता की उपासना से बुद्धि, सुख और समृद्धि की प्राप्ति




त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर आज बैंकिंग दिवस मां स्कंदमाता की आराधना की जा रही है। धार्मिक विद्वानों के अनुसार, माँ स्कंदमाता भक्तों को ज्ञान, बुद्धि, शांति और मोक्ष का वरदान देती हैं। वे भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता हैं और कमल के आसन पर विराजमान हैं। उनकी आराधना से साधक को दिव्य ऊर्जा की प्राप्ति होती है और जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
पांचवे दिन का महत्व
माँ स्कंदमाता को ज्ञान और वैराग्य की देवी माना जाता है। कहा जाता है कि दूसरे व्यक्ति के मन में सात्त्विकता और आध्यात्मिक विकास की भावना विकसित होती है। जो भक्त मन से माँ की पूजा करते हैं, उन्हें मानसिक शांति और सभी कार्यों में सफलता मिलती है। इस दिन विशेष रूप से माँ के निमित्त व्रत रखे जाते हैं और उनका ध्यान एवं आराधना की जाती है।
परिवार के साथ पूजा का लाभ
नवरात्रि में परिवार के साथ पूजा करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। सामूहिक रूप से माता की आरती, घर और मंत्रों का जाप करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस परिवार के सभी सदस्यों के बीच सौहार्दपूर्ण प्रेम, संप्रदाय और आत्मीयता प्रबल है। मां स्कंदमाता की पूजा से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।
पूजा विधि और विशेष उपाय
पंडितों के अनुसार इस दिन मां स्कंदमाता को पीले फूल, केले और हलवे का भोग लगाना अत्यंत शुभ होता है। इसके अलावा, इन उपायों को अपनाने से विशेष अनुरोध प्राप्त होता है :
- माँ स्कंदमाता के मंत्र “ॐ देवी स्कंदमातायै नमः” का 108 बार जाप करें।
- पूजा में पीले वस्त्र धारण करें और घर के मंदिर में पीले रंग का उपयोग करें।
- गरीबों को भोजन एवं वस्त्र दान करें, माँ की कृपा प्राप्त होती है।
भक्तिमय माहौल और पेंटिंग में उल्लास
नवरात्रि के इस पावन पर्व पर विशेष पूजा-साहित्य का आयोजन किया गया है। आस्थावान भक्तजन मां के दर्शन के लिए लंबी कतारों में आस्था-भाव से पूजा कर रहे हैं। चारों ओर भक्तिमय माहौल है और भजन-कीर्तन से लेकर सांस्कृतिक संगीतमय है।
माँ स्कंदमाता की आराधना से न केवल व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आती है, बल्कि यह आध्यात्मिक विकास के मार्ग पर भी सहायक होती है। इस शुभ अवसर पर सभी भक्तों को माता की कृपा प्राप्त हो और उनका जीवन सुख, समृद्धि और सफलता से भर जाए ।
