स्थानीय कालाकारों ने लगाया उपेक्षा का आरोप





राजिम पुन्नी मेला तीन दिनों से शुरू हो चुका है । किन्तु स्थानीय कलाकारों को मंचीय अवसर नहीं मिलने पर उनमें खाशी नाराजगी और आक्रोश दिखाई दे रहा है
जिसके चलते सोमवार को लगभग 30 कलाकारों का एक दल प्रमुख ने लोकनिर्माण विभाग विश्राम गृह पहुंच कर कलेक्टर , प्रभारी मंत्री विधायक के नाम तहसील दार ओपी वर्मा को ज्ञापन सौंपा
स्थानीय कलाकारों ने बताया कि यहां के स्थानीय कलाकार वर्षों से कम मानदेय पर प्रस्तुति देते आ रहे थे, किंतु यहां के लोक कलाकारों को नजरअंदाज कर ज्यादा मानदेय लेने वाले कलाकारों को चयनित करने वाले जिम्मेदार प्रभारियों द्वारा बुलाया जाना स्थानीय कलाकारों के अधिकार को हनन को दर्शाता है। संगठन के प्रमुख राजकुमार यादव, गोकरण मानिकपुरी, यशोमती सेन, गंगा बाई मानिकपुरी, भुवन सेन ने बताया कि उक्त मांग पर विचार नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दिए हैं। उन्होंने बताया कि नगर पंचायत सभापति राजिम पुष्पा गोस्वामी, पूर्व जनपद अध्यक्ष और सिरजन कला परंपरा के प्रधान संरक्षक राघोबा महाड़िक के निर्देशन में सभी कलाकारों ने उपस्थिति प्रदान की। जिसमें पुनाबाई बंसोड़, रमेश बंसोड़, बुधारु यादव, दौलत यादव, खेलावन निषाद, भुवनर सेन, जीवन सेन, देवश्री सेन, बलीराम ध्रुव, बलराम ध्रुव, चैतू राम तारक, चुम्मन सिन्हा, ठाकुर राम साहू, पवन धृतलहरे, इकबाल खान, तुला राम साहू, युवराम दीवान, गोवर्धन सिन्हा, यमुना साहू, केसरा ध्रुव, चमरु निषाद, महेश साहू, ईश्वर साहू, नथेलल दास मानिकपुरी, चोवाराम यादव, चंदू राम दीवान, कल्याण सिंह कंवर, गोवर्धन सिदार, मणिराम दीवान, दाऊ राम कंवर, सिरोतन साहू, जोहतरू नेताम, शिव कुमार निषाद, सुनीता झरिया, यश कुमार साहू, हेमलाल साहू आदि शामिल थे।
