छ ग स शिक्षक फेडरेशन के आह्वान पर 12 मार्च को करेंगे विधानसभा घेराव
रायगढ़ जिले के समस्त सहायक शिक्षक होंगे शामिल
वेतन विसंगति दूर करने की है एक सूत्रीय मांग
*छ ग स शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर 12 मार्च 2021 को प्रदेश भर के समस्त सहायक शिक्षक राजधानी रायपुर में उपस्थित होकर विधानसभा का घेराव करने जा रहे हैं।* *ज्ञात है कि विगत 2013 से शिक्षा कर्मी वर्ग 03 परिवर्तित नाम सहायक शिक्षकों के वेतन में भारी विसंगति व्याप्त है। जिससे उन्हें 10 से 15 हजार का मासिक नुकसान हो रहा है। इस विसंगति को दूर होने का सपना प्रत्येक सहायक शिक्षक तब संजोए हुये थे जब उनका संविलियन जुलाई 2018 में हुआ किंतु विसंगति दूर होना तो दूर उसका स्वरूप और बढ़ गया और सहायक शिक्षक एक बार फिर छले गए। संविलियन के समय वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी स्वयं इस बात को स्वीकार किये थे कि इस संविलियन से केवल वर्ग 1 और 2 को ही लाभ मिला है, वर्ग 3 के साथ धोखा हुआ है। इस बात को जब मीडिया के सामने बोला गया तो सहायक शिक्षक पुनः एक आस लेकर बैठे थे कि भूपेश सरकार आते ही विसंगति दूर हो जाएगी। किन्तु सरकार बनते ही उनके घोषणा पत्र व किये वायदे को लेकर पुनः मुलाकात का दौर जारी रहा पर तीसरे बजट पेश हो चुके और उनके वेतन में कोई सुधार नहीं हुआ।* *इस मांग को लेकर विगत 21 फरवरी को प्रदेश के 90 विधायक व मंत्रियों को मांग पत्र सौंपकर वेतन विसंगति दूर करने हेतु एक सप्ताह का अल्टीमेटम प्रस्तुत किया गया था किंतु इस पर भी शासन द्वारा कोई सकारात्मक कदम न उठाने पर विधानसभा घेराव किया जाना था। इसी तारतम्य में संगठन के प्रदेश स्तरीय बैठक में लिए निर्णयानुसार आगामी 12 मार्च 2021 को प्रदेश के 1 लाख 9 हजार सहायक शिक्षक राजधानी रायपुर में उपस्थित होकर अपने जायज मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करेंगे।* *रायगढ़ जिले से प्रदेश महासचिव दिलीप पटेल, जिलाध्यक्ष रमेश पटेल, प्रभारी जिलाध्यक्ष विजेन्द्र चौहान, सचिव धनीराम पटेल, उपाध्यक्ष देवकी चौहान, महासचिव प्रभुदत्त पाढ़ी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए यह बताए कि 12 मार्च को विधानसभा घेराव हेतु रायगढ़ जिले के समस्त 9 विकाखण्डों से प्रत्येक सहायक शिक्षकों की उपस्थिति राजधानी में होगी। उन्होंने रायगढ़ जिले के समस्त सहायक शिक्षकों व प्रदेश के समस्त सहायक शिक्षकों से अपील की है कि प्रत्येक सहायक शिक्षक अपने जायज मांग, अपने हक व अधिकार की इस लड़ाई में जरूर शामिल होंवें एवं 1 लाख 9 हजार सहायक शिक्षकों की एकता का परिचय दें।*