नामदेव परिवार द्वारा आयोजित भव्य श्रीमद भागवत कथा का रसपान करने दूर दूर से आ रहे श्रद्धालु
1 min readत्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ मां सर्वमंगला के धरा धाम ऊर्जा नगरी कोरबा के निहारिका चौक, शिवाजी नगर में स्व सुमीत नामदेव के उत्तम गति हेतु उनके पिता श्री नन्द किशोर नामदेव पत्नी तुलसी देवी नामदेव द्वारा अयोजित भव्य श्री मद भागवत में,
आज दिन सोमवार भागवत के चतुर्थ दिवस की कथा में, भागवत सुनने हेतु दूर-दूर से श्रद्धालु गण आय, जांजगीर चांपा जिला के पिसौद आंचल से आए कथा वाचक ‘पंडित प्रकाश शर्मा’ के मीठी आवाज और गायकी से लोग आते प्रोत हो कर कथा श्रवण कर रहे, साथ ही उनके सुरीले गायकी से लोग झूम जा रहे हैं, चौथे दिन के कथा के मुख्य केंद्र बिंदु गज और ग्राह उद्धार, समुद्र मंथन, मोहानी अवतार, कच्छप अवतार, गंगा अवतरण, एकादशी प्रधान मबरीश जी की कथा भगवान वामन अवतार लेकर राजा बलि से दो पग में पृथ्वी और स्वर्ग को नाप कर तीसरा पैर बलि के सिर पर रख कर अगले मन्वंतर में बालि को इंद्र का आसान देने का आशिर्वाद दिए, उसके बाद गंगा अवतरण की कथा सुन लोगो के मन पवित्र हो गए, श्री राम जी की दिव्य कथा सुना कर महराज जी ने बताया कि श्री राम सा कोई पुत्र ना हुआ, रावण सा कोई शत्रु ना हुआ और हनुमान सा कोई वीर और भक्त न हुआ, श्री राम जी की कथा सुन लोग राम मय हो गए मानो अयोध्या धाम शिवा जी नगर ही हो,
उसके बाद पंडित प्रकाश महाराज जी ने श्री कृष्ण जन्म की दिव्य कथा सुनाई, उन्होंने बताया कि भगवान ने पूर्ण अवतार 16 कलाओं से युक्त पृथ्वी का भार उतारने, गौ, ब्राह्मण और धर्म की रक्षा के लिए देवकी के गर्भ से चतुर्भुज रूप में प्रकट हुवे, तथा देखते ही देखते छोटे छोटे दो हाथो वाले बालक बन कर लीला करनी सुरु कर दी,
भगवान कृष्ण के जन्म पर सभी श्रद्धालु महाराज जी के भजनो पर ताली बजा-बजा कर उत्सव मनाते हुवे थिरकने लगे,चारो ओर मानो स्वर्ग सा वातावरण छा गया शिवाजी नगर वृंदावन में परिवर्तीत हो गया..