कोरबा 60 वर्ष पूर्व किया गया अधिग्रहण, अब बेदखली के लिए हो रहा सर्वे




किसान सभा ने की जमीन वापसी की मांग
कोरबा एसईसीएल कोरबा क्षेत्र अंतर्गत मानिकपुर ओपन कास्ट विस्तार परियोजना से प्रभावित ग्राम भिलाई खुर्द-1 में किसानो के जमीन को मूल किसानों के नाम पर वापस करने और जरूरत पडऩे पर नए सिरे से अधिग्रहण कर किसानों को नए पुनर्वास नीति के तहत रोजगार, बसावट और मुआवजा देने की मांग छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेतृत्व में भिलाई खुर्द-1 के किसानों ने कोरबा महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंप कर की है। ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को भी देकर उचित हस्तक्षेप करने की मांग की है।
छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेतृत्व मे एसईसीएल कोरबा क्षेत्र अंतर्गत मानिकपुर ओपन कास्ट विस्तार परियोजना से प्रभावित ग्राम भिलाई खुर्द-1 में किसानो की बैठक हुई बैठक के बाद किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने एसईसीएल कोरबा महाप्रबंधक से मिलकर ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि गांव के किसानों के बिना सहमति के किसी प्रकार का सर्वे कार्य नहीं किया जाए जबरन सर्वे किया गया तो किसानों द्वारा सर्वे दल का विरोध किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी प्रबंधन और प्रशासन की होगी।
छत्तीसगढ़ किसान सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर और सचिव प्रशांत झा ने कहा कि 60 वर्षों पूर्व किसानों की जमीन बिना किसी प्रयोजन के अधिग्रहण किया गया था एसईसीएल ने पूर्व में किसानों को धोका देकर किसानों की खेती और उपजाऊ जमीनों की जमाखोरी की थी कोल इंडिया ने उपयोग से ज्यादे जमीनों का जबरन अधिग्रहण किया था जमीनों की जरूरत नहीं थी इसलिए 60 वर्षों बाद भी किसान अपने जमीन पर पीढिय़ों से काबिज हैं और वहां अपने पुस्तैनी घरों में रहकर एवं खेती किसानी कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। भिलाई खुर्द-1 ही नहीं खम्हरिया एवं जिले के दर्जनों गांवों के किसानों के जमीन को बिना किसी प्रयोजन के केवल जमीनों की जमाखोरी करने के उद्देश्य से ही एसईसीएल ने जमीनों का अधिग्रहण किया था सभी गांव के किसानों को एकजुट कर जल्द बड़े आंदोलन की तैयारी की जा रही हैं।
ज्ञापन सौंपने में प्रमुख रूप से दीपक साहू, दामोदर श्याम, दीनानाथ, सुमेंद्र सिंह ठकराल, देवप्रसाद पटेल, अरुण यादव, जयपाल सिंह कंवर, अजय पटेल, बुधवार कंवर, शिवम पटेल, मदन सिंह कंवर, किशोर पटेल, राजेश पटेल आदि उपस्थित थे।
