कोरबा छत्तीसगढ़ में टमाटर की ऊंची छलांग, 200 रूपए से अधिक हुए दाम




कोरबा छत्तीसगढ़ राज्य के दूसरे हिस्सों में भले ही टमाटर के भाव ने रिकार्ड तोड़ दिए हो किन्तु कोरबा में उपभोक्ताओं ने टमाटर के उपभोग को लगभग पुरी तरह से नकार दिया हैं। पता चला हैं की एक और टमाटर के भाव ने आम उपभोक्ताओं की रुचि से एकदम परे कर दिया हैं। अब उपभोक्ता टमाटर के विकल्प तलाश कर काम चला रहे हैं। इस संबंध में एक अन्य जानकारी यह भी मिली हैं की बाजारों में पहुंचने वाले टमाटर खुद ही सड़-गल कर बीमार हो चले हैं। एक अन्य शिकायत तो यह भी मिली हैं की अधिकांश टमाटरों में से काटने पर छोटे-छोटे महीन सफ़ेद रंग के कीड़े भी देखे गए हैं। इससे भी अधिक दुखद पहलु यह हैं की कोरबा में बिकने वाली सब्जी, भाजी और फल इत्यादि की गुणवत्ता के जांच-पड़ताल पुरी तरह से बंद हैं। यही वजह हैं की संक्रमित सामग्री का उपयोग बीमारी फैलाने के अंदेशे को बलवती कर रहे ।हैं
इसके अलावा हरी मिर्च, धनिया और अदरक भी महंगे हो गए हैं. टमाटर की आवक घटने से इसके दाम और बढ़ सकते हैं। सितंबर तक टमाटर महंगे रहने की संभावना है। इसके अलावा अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़ सकते हैं। बताया जा रहा हैं की बेंगलुरु से रोजाना 15 ट्रक टमाटर आया करते थे। लेकिन अब 3 से 4 ट्रक ही टमाटर आ रहे है। थोक में टमाटर की कीमत 140 से 160 है। लेकिन चिल्हर में 180 और कई जगहों में 200 तक पहुंच गया है। टमाटर की बढ़ी हुई ये कीमत सितंबर महीने के पहले सप्ताह तक बनी रह सकती है। देशभर में भारी बारिश के कारण आवक कम हुई है। छत्तीसगढ़
