बारिश के कारण सड़क गुम, कीचड़ ही कीचड़…. राहगीरों को आवागमन करने में भारी परेशानी ….जरा गौर से पढ़िये इस खबर को।
1 min read

इंडिया24 टुडे वेबडेस्क।
हरिश निराला।रायगढ़। जिले के बरमकेला ब्लॉक के अन्तर्गत बोंदा – पिहरा पहुंच मार्ग की सड़क पर जगह जगह गढ्डे बन गए है. इन गढ्डो पर बरसाती पानी का जमाव होकर कीचड़ से लथपथ हो गया है. इससे ग्रामीणों को आवागमन करने में भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है.।
बोंदा- पिहरा पहुंच मार्ग को सात साल पहले प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में शामिल कर पक्की सड़क बनाई गई थी. सडक बनते ही इस पहुंच मार्ग में महानदी के पिहरा घाट पर रेत खदान की चांदी हो गई और दिन रात रेत ढोने वाले ट्रैक्टर डम्पर जैसे वाहनों का रेलमपेल लगा रहा. ऐसे में पक्की सड़क की डामर ज्यादा दिन टिक नहीं पाई. बावजूद इसके कि सड़क निर्माण ठेकेदार ने इस सड़क की नियमानुसार मरम्मत करा दिया. पांच साल बाद सड़क पुनः बदहाल हो गई. जिस वजह से स्कूली बच्चों व ग्रामीणों को रोज रोज दिक्कत होने लगा. इससे नाराज होकर ग्राम पंचायत पिहरा के स्कूली बच्चों ने चक्का जाम कर दिया था. मौके पर सरिया पुलिस पहुंची और ग्राम पंचायत को सड़क की मरम्मत कराने को कहा गया. पिहरा पंचायत के तत्कालीन सरपंच ने मरम्मत के नाम पर मुरुम से गढ्डो को पाट तो दिया लेकिन कुछ खास राहत नहीं मिली.
अब दो साल बाद पाटे गये मुरुम बह गए है और गढ्डो में पानी भरने के साथ साथ तीन किलोमीटर की पूरी सड़क कीचड़ से सराबोर हो जा रहा है. सड़क के क ई जगह फिसलन भरा होने से बाईक चालकों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है. बोंदा -पिहरा पहुंच मार्ग से दोनों पंचायत के ग्रामीणों को परेशानी झेलना पड रहा है.
नहीं सुन रहे अधिकारी
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत बोंदा के वार्ड क्रमांक 01 एवं 02 के सबसे ज्यादा इस बदहाल सड़क से परेशान है. एक मात्र पिहरा मार्ग से इनके घर के दरवाजे खुलते हैं और घर से बाहर कदम रखते ही कीचड़ मिलता है ऐसे में बाहर आना जाना मुश्किल हो गया है. प्रशासनिक अधिकारियों को गुहार लगाई गई किंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही है.।
पढ़िए क्या कहती है सरपंच
” सड़क की मरम्मत कराने के लिए मद नहीं है. योजना के अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए. फिर भी जनपद के अधिकारियों से बात कर मुरुम वगैरह डलवा देगें.
