February 7, 2025

त्रिनेत्र टाईम्स

खबरें जरा हट के

स्थायी ऑक्सीजन इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाना है लक्ष्य-कलेक्टर भीम सिंह

1 min read


मेडिकल कॉलेज में स्थापित होने जा रहा है 12 हजार लीटर का लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट

कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने और पाइप लाइन फिटिंग के लिए शुरू हुई तैयारी
————————————————————————–
रायगढ़, 3 जून2021/ जिले में कोरोना की अगली लहर से पहले कोविड अस्पतालों में स्थायी ऑक्सीजन इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर फोकस करना है। जिसके तहत जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन प्लांट और पाइप लाइन फिटिंग का काम अस्पतालों में होना है। उक्त बातें कलेक्टर श्री भीम सिंह ने आज कोरोना प्रबंधन पर स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में जल्द 12 हजार लीटर का लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का काम शुरू होने जा रहा है। इसके साथ ही एमसीएच लैलूंगा, सारंगढ़, धरमजयगढ़ व चपले में भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। इसके अतिरिक्त सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पाइप लाइन फिटिंग व मेनिफोल्ड इंस्टालेशन का काम भी किया जाना है। कलेक्टर श्री सिंह ने एमसीएच हॉस्पिटल रायगढ़ को पूरे 100 बेड को ऑक्सिजनटेड करने और ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड फ्लोर में ऑक्सीजन पाइप लाइन फिटिंग का काम व इसकी टेस्टिंग अगले एक दो दिनों में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राउंड फ्लोर में एसी इंस्टालेशन का काम भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिये जिससे वहां आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाई जा सके। मेडिकल कॉलेज में एबीजीए डी डाइमर व इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट्स के लिए जरूरी आइटम्स की खरीदी कर जल्द यह टेस्ट सुविधाएं भी शुरू करने के निर्देश दिए। जिससे एक ही छत के नीचे मरीजों को इलाज और तमाम जरूरी टेस्ट्स की सुविधाएं भी मिल सकें। इस दौरान टेस्टिंग की समीक्षा भी की गयी। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी विकासखण्डों को उनको मिले लक्ष्यों को अनिवार्य रूप से पूरा करने के निर्देश दिए। टेस्टिंग रिपोर्ट को तय समय के भीतर उपलब्ध कराने के लिए कहा।
इस दौरान एडीएम श्री राजेन्द्र कटारा, सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष पाण्डेय, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.पी.आदित्य सहित कोविड अस्पतालों के संचालक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बैठक में शामिल हुए।
बच्चों के इलाज के अनुसार तैयार करें सुविधाएं
——————————————-
कलेक्टर श्री सिंह ने तीसरी लहर से निपटने की तैयारी के मद्देनजर बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए एमसीएच अस्पताल को जल्द तैयार करने के लिए कहा। इसके लिए नियो नेटल व पीडियाट्रिक आईसीयू के साथ अन्य जरूरी संसाधनों की व्यवस्था के निर्देश उन्होंने दिए। इसके साथ ही महात्मा गांधी नेत्र चिकित्सालय जिसे कोविड संक्रमित बच्चों की उपचार की दृष्टि से तैयार किया जा रहा है उसका काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी 20 सिलेंडर्स की व्यवस्था रखी जानी है।
डोर टू डोर सर्वे कर लक्षणयुक्त व्यक्तियों की करें पहचान
—————————————————–
बैठक में जिले की पाजिटिविटी दर और मृत्यु दर की गहन समीक्षा की गयी। उन्होंने सभी बीएमओ को उनके विकासखंड में उपलब्ध कराए गए थर्मल गन से डोर टू डोर सर्वे और लक्षणयुक्त व्यक्तियों की जांच करने के निर्देश दिए। इसमें खासकर युवाओं पर फोकस रखने के निर्देश दिए। क्योंकि पिछले दिनों कोविड से युवाओं की हुई मृत्यु की समीक्षा में यह बात निकल कर आयी है कि युवाओं द्वारा लक्षणों को गंभीरता से नही लिया जाता है। जांच और इलाज में देरी या खुद से दवा लेने से बाद में शरीर में संक्रमण का स्तर बढ़ता है। जब स्थिति एकदम गंभीर हो जाती है तब वे अस्पताल पहुंचते हैं ऐसे में संक्रमण उनके शरीर में काफी बढ़ चुका होता है जिससे उनको बचा पाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने इसके साथ ही लोगों को कोरोना के लक्षण दिखने पर तत्काल जांच कराने और इलाज लेने के लिए जागरूक करते रहने के निर्देश दिए। गैर अधिकृत चिकित्सकों द्वारा कोविड मरीजों का इलाज करने पर लगातार कार्यवाही जारी रखने के निर्देश सीएमएचओ को दिए। पाजिटिविटी दर को नियंत्रित करने के लिए जहां कोविड के मामले हैं वहां कन्टेनमेंट नियमों को सख्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए।
होम आइसोलेटेड मरीजों से मंगाएं ऑक्सीजन रीडिंग की फोटो
———————————————————-
बैठक के दौरान होम आइसोलेशन की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी की कई लोग नियमित ऑक्सीजन रीडिंग नही लेते हैं और फॉलोअप कॉल के दौरान सही ऑक्सीजन रीडिंग नही बताते हैं। जो बाद में उन्हीं के लिए खतरनाक साबित होता है। रीडिंग नही लेने से उन्हें सही ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल का पता नही होता है। जब स्थिति बिगड़ती है और वे अस्पताल पहुंचते हैं तो मरीज का ऑक्सीजन लेवल बहुत गिर चुका होता है। इसके लिए उन्होंने सभी होम आइसोलेटेड मरीजों से रेंडमली ऑक्सीजन रीडिंग की फोटो व्हाट्सअप्प पर मंगाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि फॉलोअप कॉल के दौरान मरीजों को ऑक्सीजन लेवल को लेकर जागरूक करने और लेवल 94 से नीचे होने पर तत्काल अस्पताल शिफ्ट होने के लिए कहें। जिससे मरीज की जल्द रिकवरी संभव हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © All rights reserved. | Newsphere by AF themes.