वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर 12 मार्च को सहायक शिक्षकों ने घेरा मुख्यमंत्री निवास
रायगढ़ जिले से करीब 3000 सहायक शिक्षक हुए शामिल
शिक्षा मंत्री से वार्ता उपरांत ही समाप्त किये धरना प्रदर्शन
पुलिस प्रशासन व सहायक शिक्षकों के बीच चला 4 घण्टे तक झूमा झटकी
छ ग स शिक्षक फेडरेशन पं क्र 122201859545 सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर कराने हेतु विगत 3 वर्षों से प्रयासरत है। 1 जुलाई 2018 को जब संविलियन हुआ तो उस समय मुख्यमंत्री के रूप में भाजपा से रमन सिंह जी थे। उन्होंने भी वर्ग 3 के वेतन में निहित विसंगति पर ध्यान नहीं दिया जिसके कारण 30 सितंबर 2018 को राजधानी रायपुर में 40 हजार सहायक शिक्षकों की भीड़ ने धिक्कार रैली निकालकर मांग पूर्ण करने हेतु ध्यान आकृष्ट कराया किन्तु उक्त सरकार द्वारा कोई समाधान नहीं निकाला गया। संविलियन के समय वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी छ ग कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष थे। उन्होंने संविलियन से केवल वर्ग 1 व 2 को लाभ एवं वर्ग 3 सहायक शिक्षकों के साथ धोखा बताया एवं 2018 के अपने जन घोषणा पत्र में भी शामिल करते हुये सहायक शिक्षकों को उच्चतर वेतनमान देने सहित विसंगति दूर करने की बात लिखी। जैसे ही कांग्रेस की सरकार आई सहायक शिक्षकों को एक नई उम्मीद की किरण नजर आई। छ ग स शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात किये। मुख्यमंत्री जी ने प्रथम बजट को किसानों का बताया एवं दूसरा बजट कर्मचारियों का बताया। किन्तु आज तीसरा बजट पेश होने के उपरांत भी उनके विसंगति निवारण हेतु कोई प्रावधान नहीं किया गया। संगठन द्वारा विगत 21 फरवरी को प्रदेश के 90 विधायकों को मांग पत्र सौंपकर 7 दिन पर उचित व सकारात्मक कार्यवाही करने का अल्टीमेटम दिया गया। जिस पर कोई ठोस व सकारात्मक निर्णय नहीं लेने के कारण शासन के खिलाफ 12 मार्च को धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री निवास घेरने का निर्णय प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में लिया गया। इसी तारतम्य में तय तिथि व समय के तहत 12 मार्च को प्रातः 10 बजे बूढ़ा तालाब रायपुर में छत्तीसगढ़ के कोने कोने से समस्त जिले,ब्लॉक व संकुल से करीब 55 हजार की संख्या में सहायक शिक्षक एकत्रित हुए। माँ सरस्वती की पूजा अर्चना कर आंदोलन की शुरुआत की गई। 11 बजे से 2 बजे तक प्रांत, जिले, विकाखण्ड के प्रमुख पदाधिकारियों द्वारा सभा को सम्बोधित किया गया। इस समय रायगढ़ जिले से करीब 3 हजार के संख्या में सहायक शिक्षक उपस्थित हो चुके थे। निर्धारित समय अनुसार 2 बजे बूढ़ा तालाब से रैली निकालकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर अपनी वेतन विसंगति की मांग को पूर्ण करने हेतु वार्ता किया जाना था। इसी अनुरूप 2 बजे बूढ़ा तालाब रायपुर से 55 हजार की भीड़ के साथ सहायक शिक्षक मुख्यमंत्री निवास घेराव हेतु निकले। परन्तु पुलिस प्रशासन द्वारा रास्ते पर ही रोक लिया गया जिसके कारण सहायक शिक्षक वही रास्ते पर ही धरना स्थल मानकर बैठकर नारेबाजी करने लगे एवं अपनी वेतन विसंगति की बात रखने हेतु मुख्यमंत्री जी एवं उनके प्रतिनिधि को उपस्थित कराने हेतु निवेदन किया गया। लगातार 4 घण्टे तक सहायक शिक्षकों व पुलिस प्रशासन के बीच झूमा झटकी व तानातानी जारी रहा। किन्तु सकारात्मक जवाब सरकार द्वारा न आने एवं जनप्रतिनिधियों को न भेजने से अंततः बेरिकेड्स तोड़कर आगे निकलने का फैसला लिया ही जा रहा था कि शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम जी द्वारा छ ग स शिक्षक फेडरेशन के पांच प्रतिनिध को आमंत्रित करते हुए अपने बंगले पर वेतन विसंगति पर वार्ता हेतु बुलाया गया। ततपश्चात बंगले पर वार्ता चला। शिक्षा मंत्री द्वारा मांग को जायज ठहराते हुए यथाशीघ्र पूर्ण करने का आश्वासन दिया गया। तभी जाकर धरना प्रदर्शन व मुख्यमंत्री निवास घेराव कार्यक्रम को समाप्त किया गया। खास बात यह रही कि राजधानी रायपुर से अधिक दूरी होने के बावजूद भी बरमकेला विकाखण्ड से 400 व पुरे रायगढ़ जिले से 3000 की संख्या में धरना प्रदर्शन में सहायक शिक्षक पहुंचे हुये थे। यहीं से महिला शिक्षकों की संख्या काफी बहुत थी जिन्होंने प्रथम पंक्ति में डटकर पुलिस प्रशासन का सामना कर रहे थे और धरना प्रदर्शन के समाप्ति के पश्चात ही देर रात घर वापस हुए। 12 मार्च 2021 के एक दिवसीय धरना प्रदर्शन व मुख्यमंत्री निवास घेराव कार्यक्रम में रायगढ़ जिले से इनकी उपस्थिति रही
प्रदेश महासचिव दिलीप पटेल, जिलाध्यक्ष रमेश पटेल, प्र जिलाध्यक्ष विजेन्द्र चौहान, जिला सचिव धनीराम पटेल, कोषाध्यक्ष रवि वर्मा, महासचिव प्रभुदत्त पाढ़ी, उपाध्यक्ष देवकी चौहान, कृष्ण कुमार साहू, मीडिया प्रभारी एस कुमार सारथी, जिला प्रवक्ता दिनेश मिरी, सी पी डनसेना, प्रशांत पण्डा, राजेश किसान, दीपिका कौशिक, संजू डनसेना, कमला सारथी, सुनीता सिदार, श्यामा सिदार, विनीता नायक, अर्चना चौधरी, सफीना बेगम,सुरेश्वरी षडंगी, दीपिका सिदार, रीता खेस सहित 3000 की संख्या में छ ग स शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।