कोरबा में नवरात्रि की भव्य शोभायात्रा, सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब




त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा।****/ नवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर कोरबा में ऐतिहासिक शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। भगवा ध्वज, झांकियों की चकाचौंध और श्रद्धा से ओत-प्रोत भक्तगणों की भीड़ ने पूरे शहर को भक्तिमय बना दिया। यह शोभायात्रा दो स्थानों—कोसाबाड़ी हनुमान मंदिर और सीतामढ़ी रामजानकी मंदिर—से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरी, जहां पूरे रास्ते श्रद्धालुओं की अपार भीड़ देखने को मिली।
केरल से पंजाब तक की सांस्कृतिक झलकियां रहीं आकर्षण का केंद्र
शोभायात्रा में छत्तीसगढ़, केरल, पंजाब और तमिलनाडु सहित विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झलकियां प्रदर्शित की गईं। विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के राउत नाच ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। पूरे मार्ग पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा पानी और शरबत की व्यवस्था की गई थी, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर शोभायात्रा का स्वागत करने के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इसके अलावा, सड़क किनारे भक्तों की भीड़ इतनी अधिक थी कि लगभग 10 किलोमीटर तक सड़क के दोनों ओर जनसैलाब देखने को मिला।
राणा मुखर्जी और अमरजीत सिंह के नेतृत्व में निकली भव्य शोभायात्रा
इस आयोजन को सफल बनाने में अमरजीत सिंह और राणा मुखर्जी की विशेष भूमिका रही। बजरंग दल के नेतृत्वकर्ता अमरजीत सिंह और उनकी टीम ने कोसाबाड़ी हनुमान मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा का नेतृत्व किया, जो निहारिका रोड से होते हुए महाराणा प्रताप चौक और बुधवारी तक पहुंची।
वहीं, हिंदू क्रांति सेना के प्रमुख राहुल चौधरी के कुशल नेतृत्व में सीतामढ़ी चौक रामजानकी मंदिर से निकली शोभायात्रा ट्रांसपोर्ट नगर तक गई। उनकी टीम ने कई दिनों की मेहनत से इस ऐतिहासिक शोभायात्रा की तैयारियां कीं, जिसमें शहरवासियों का अपार सहयोग मिला।
रोशनी, भव्यता और रामधुन में झूमते श्रद्धालु
शोभायात्रा के दौरान जब शाम ढली, तो झांकियों की चमचमाती रोशनी और श्रद्धालुओं की आस्था ने अंधेरे को चीरते हुए एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया। पूरे शहर में भक्तिमय माहौल था और हर कोई भगवा रंग में रंगा नजर आ रहा था। बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी रामधुन पर झूमते दिखे।
शहर में दिखी अनुशासित भीड़, प्रशासन ने संभाली यातायात व्यवस्था
इस विशाल आयोजन के दौरान कहीं भी अव्यवस्था न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी और यातायात व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे।
श्रद्धालुओं के दिलों में बसा ये ऐतिहासिक क्षण
कोरबा में निकली इस शोभायात्रा ने न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत किया, बल्कि सांस्कृतिक एकता का भी संदेश दिया। इस अद्भुत क्षण को श्रद्धालुओं ने अपनी यादों में संजो लिया। पूरे शहर में ऐसा भक्ति का सागर उमड़ा, जो वर्षों तक लोगों के दिलों में बसा रहेगा।
