कोरबा शहर की सफाई व्यवस्था को मिलेगा नया स्वरूप, एक सप्ताह में तैयार होगा ‘स्वच्छता मास्टर प्लान’



कोरबा, 1 जुलाई 2025।
त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ ऊर्जाधानी कोरबा शहर की सफाई व्यवस्था को और अधिक व्यवस्थित, आधुनिक और प्रभावशाली बनाने की दिशा में नगर निगम प्रशासन द्वारा स्वच्छता मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। इस योजना को एक सप्ताह के भीतर अंतिम रूप देकर पूरे शहर में वार्डवार सुनियोजित और तकनीकी आधार पर स्वच्छता कार्य सुनिश्चित किए जाएंगे।
इस संदर्भ में नगर निगम आयुक्त आशुतोष पांडेय ने निगम के स्वास्थ्य विभाग, स्वच्छता निरीक्षकों और सफाई कार्य एजेंसियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर साफ-सफाई व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि शहर की स्वच्छता अब सर्वोच्च प्राथमिकता में है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
हर वार्ड का बनेगा “स्वच्छता नक्शा”, चिपयुक्त आईडी से होगी मानीटरिंग
आयुक्त पांडेय ने कहा कि प्रस्तावित मास्टर प्लान के अंतर्गत हर वार्ड का विस्तृत स्वच्छता नक्शा तैयार किया जाएगा। इसमें वार्ड का नाम, वहां कार्यरत सफाईकर्मियों की सूची, पर्यवेक्षक एवं निरीक्षक का विवरण अंकित रहेगा। साथ ही, प्रत्येक वार्ड में एक एसेंबली पॉइंट भी बनाया जाएगा जहां पर तैनात सुपरवाइजर समन्वय का कार्य करेंगे।
स्वच्छता कार्य में लगे कर्मियों को चिपयुक्त पहचान-पत्र (आईडी कार्ड) दिया जाएगा, जिससे यह पता लगाया जा सकेगा कि कौन कर्मचारी किस समय किस स्थान पर कार्यरत है। इस डिजिटल निगरानी प्रणाली से काम की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सकेगी।
स्वच्छता से जुड़े सभी कार्मिकों को मिलेगा वॉकी-टॉकी, होगा बेहतर समन्वय
नगर निगम आयुक्त ने निर्देशित किया कि स्वच्छता कार्यों में संलग्न सभी अधिकारी, जोन कमिश्नर एवं कर्मचारी वॉकी-टॉकी सिस्टम से लैस रहेंगे ताकि आपसी संवाद सशक्त हो सके और शिकायतों का तत्काल समाधान संभव हो सके। साथ ही, सभी स्वच्छता कर्मी निर्धारित ड्रेस कोड में कार्य करेंगे जिससे “स्वच्छता वीर” के रूप में उनकी एक विशिष्ट पहचान स्थापित हो।
सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक होगा सफाई कार्य, गंदगी फैलाने वालों पर लगेगा जुर्माना
आयुक्त ने यह भी निर्देश दिए कि प्रातः 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक शहर में सफाई कार्य संपन्न किए जाएं। इसके उपरांत निगरानी टीम सक्रिय रहेगी जो सड़क, नाली या सार्वजनिक स्थान पर गंदगी फैलाने वालों पर अर्थदंड लगाएगी। उन्होंने कहा कि सड़क पर झाड़ू लगाकर कचरे को कई घंटों तक छोड़ देना उचित नहीं है। इसके स्थान पर झाड़ू लगाने वाले श्रमिक के पास एक छोटा कचरा संग्रह वाहन हो, जिससे वह कचरे को तत्काल उठाकर निर्धारित स्थल पर पहुंचा सके।
हर वार्ड में संसाधनों की जरूरत का होगा आकलन
स्वच्छता मास्टर प्लान में हर वार्ड में सफाई कार्यों के लिए कितने संसाधनों की आवश्यकता है, इसका विस्तृत विवरण भी शामिल किया जाएगा। संसाधन जुटाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर निगम प्रशासन को सौंपे जाएंगे ताकि समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।
समस्याओं का समाधान भी होगा प्लान का हिस्सा
आयुक्त पांडेय ने निर्देशित किया कि मास्टर प्लान में केवल योजना ही नहीं बल्कि फील्ड में आने वाली समस्याओं एवं कठिनाइयों की बिंदुवार जानकारी भी सम्मिलित की जाए। इनके समाधान के उपाय भी सुझाए जाएं ताकि सफाई कार्यों में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
बैठक में प्रस्तुत किया गया वर्तमान सफाई व्यवस्था का प्रेजेंटेशन
बैठक के दौरान संबंधित वार्ड प्रभारियों द्वारा वर्तमान सफाई व्यवस्था का विस्तृत प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। इसमें हर वार्ड की मौजूदा स्थिति, कर्मचारियों की तैनाती, संसाधनों की उपलब्धता एवं सफाई चक्र की समीक्षा की गई।
बैठक में रहे ये प्रमुख अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित
इस महत्वपूर्ण बैठक में नगर निगम के अपर आयुक्त विनय मिश्रा, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय तिवारी, वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक सुनील वर्मा, जनसंपर्क अधिकारी रावेन्द्र सिंह, स्वच्छता निरीक्षक सचीन्द्र थवाईत, गिरवर विश्वकर्मा, उत्तम दास महंत, सतानंद द्विवेदी, रामप्रसाद मिर्री, टी. बालचैनया, मानसिंह नेताम, कुंजी लाल, अजीत परमहंस सहित निगम से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
वहीं सफाई कार्य एजेंसियों के प्रतिनिधियों में रामू पांडेय, पुरूषोत्तम शर्मा, सुखसागर निर्मलकर, वरूण गोस्वामी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
यह प्रस्तावित स्वच्छता मास्टर प्लान कोरबा की सफाई व्यवस्था को नवीन तकनीक, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के साथ राष्ट्रीय स्तर की योजना के रूप में प्रतिष्ठित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
