इंद्रावती किसानों को राहत: मंत्री केदार कश्यप के आदेश पर नहर में छोड़ा गया पानी




किसानों की मांग हुई पूरी, सिंचाई के लिए छोड़ा गया पानी
त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा * राहुल ** जगदलपुर / नारायणपुर / दंतेवाड़ा। बस्तर अंचल के किसानों के लिए राहत भरी खबर आई है। लंबे समय से सिंचाई जल की मांग कर रहे किसानों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर कोसार्टेडा जलाशय से नहरों में पानी छोड़ा गया। इस निर्णय से क्षेत्र के हजारों किसानों को फायदा मिलेगा और उनकी रबी फसलों की सिंचाई की समस्या दूर होगी।
गौरतलब है कि बस्तर अंचल के किसान इंद्रावती बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले पिछले एक महीने से आंदोलन कर रहे थे। किसानों ने सिंचाई के लिए पानी की मांग को लेकर मंत्री केदार कश्यप को ज्ञापन सौंपा था। क्षेत्र के खण्डसरा, नहरनी, केशरापाल, कुम्हली, फाफनी, मूरकुची, बेसोली, बाकेल, सोरगांव, भानपुरी, फरसागुड़ा समेत कई गांवों के किसानों ने सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने की मांग उठाई थी।
जलाशय से छोड़ा गया पानी
मंत्री के निर्देश पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने भौतिक सत्यापन के बाद आज 1 अप्रैल 2025 को कोसार्टेडा जलाशय से 6.00 क्यूमेक पानी नहरों में छोड़ा। रबी फसल की सिंचाई के लिए जलाशय से कुल 10 एमसीएम पानी किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। किसानों ने इस फैसले का स्वागत करते हुए मंत्री केदार कश्यप का आभार व्यक्त किया और नए जलाशयों के निर्माण की मांग भी उठाई।
मंत्री केदार कश्यप का बयान
इस संबंध में मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि “विष्णुदेव साय सरकार की पहली प्राथमिकता प्रदेश के किसान हैं। किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे उनकी फसलें सुरक्षित रहेंगी।” उन्होंने आगे कहा कि सरकार किसानों के हित में हर जरूरी कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
नहरों में पानी छोड़े जाने से किसानों की सिंचाई समस्या हल होगी और उनकी फसलें बेहतर तरीके से तैयार हो सकेंगी। इस निर्णय से बस्तर अंचल के किसानों को बड़ी राहत मिली है और वे संतोष व्यक्त कर रहे हैं।
