प्रधानमंत्री जनमन योजना: तीन लाख गरीब परिवारों के सपनों को मिली मजबूती




प्रधानमंत्री मोदी ने हितग्राहियों को सौंपी अपने हाथों से चाबी, दूरस्थ वनांचलों में भी अब गरीबों के पक्के घर
त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ रायपुर, 30 मार्च 2025 – प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर जिले के ग्राम मोहभट्ठा में आयोजित आमसभा एवं विकास कार्यों के लोकार्पण-शिलान्यास समारोह में तीन लाख गरीब परिवारों को उनके सपनों का पक्का मकान सौंपा। इस अवसर पर उन्होंने हितग्राहियों से आत्मीय संवाद भी किया, जिसमें दल्लु राम बैगा के साथ उनके संवाद ने सभी का ध्यान खींचा।
प्रधानमंत्री ने मुस्कराते हुए पूछा –
“पक्का मकान बन गया है?”
दल्लु राम बैगा ने हाथ जोड़कर जवाब दिया –
“हां, बन गया है।”
प्रधानमंत्री ने फिर पूछा –
“अच्छा लग रहा है?”
भावुक दल्लु राम ने कहा –
“अच्छा लग रहा है।”
प्रधानमंत्री ने अंत में पूछा –
“बाकी सब ठीक है?”
दल्लु राम ने आत्मविश्वास से कहा –
“ठीक है।”
यह संवाद विश्वास, संवेदना और साझेदारी का जीवंत उदाहरण बना। इस योजना के तहत प्रदेश के लाखों गरीब परिवारों को पक्के मकान मिले हैं, जिससे वे अब सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने आज दूरस्थ अंचलों के तीन आदिवासी हितग्राहियों – सोमारी पुनेम, दल्लु राम बैगा और जगतपाल राम – को स्वयं अपने हाथों से उनके नवनिर्मित घरों की चाबी सौंपी। बीजापुर, कबीरधाम और जशपुर जिलों के इन परिवारों के लिए यह दिन सपनों के सच होने जैसा था।
सुरक्षा, सम्मान और आत्मविश्वास का प्रतीक बने पक्के घर
विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय के दल्लुराम बैगा कभी कच्ची मिट्टी और खपरैल के घर में रहते थे, जहां बरसात में टपकता पानी, कमजोर दीवारें और जहरीले जीवों का खतरा बना रहता था। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत उन्हें दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता, मनरेगा मजदूरी और अन्य मूलभूत सुविधाएं मिलीं। अब उनका परिवार सुरक्षित घर में आत्मसम्मान के साथ रह रहा है।
इसी तरह, जशपुर के पहाड़ी कोरवा समुदाय के जगतपाल राम वर्षों तक झोपड़ी में जीवन गुजारते रहे, जहां बरसात में पानी टपकता और जंगली जानवरों का खतरा बना रहता था। अब वे एक पक्के मकान में बिजली और शौचालय जैसी सुविधाओं के साथ सुरक्षित जीवन बिता रहे हैं।
बीजापुर की सोमारी पुनेम ने भी कभी नहीं सोचा था कि उनके सिर पर पक्की छत होगी। पति के निधन के बाद संघर्षों से भरी जिंदगी में प्रधानमंत्री आवास योजना ने सहारा दिया। अपने घर को खुद बनते देखना उनके लिए आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता की मिसाल बन गया।
योजना ने मिट्टी के आंगन में उम्मीद की छत दी
प्रधानमंत्री आवास योजना सिर्फ दीवारों और छतों का निर्माण नहीं, बल्कि गरीबों के आत्मसम्मान और सुरक्षा की गारंटी बन गई है। यह योजना उन हजारों गरीब परिवारों के लिए आशा की किरण बनी है, जिनके लिए पक्के मकान का सपना कभी असंभव लगता था।
