एक भारत-श्रेष्ठ भारत” की भावना को मजबूत कर रहा बिहार दिवस : किरण देव




देशभर में 75 स्थानों पर बिहार दिवस पर स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन
त्रिनेत्र टाइम्स कोरबा ****/ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” की परिकल्पना राष्ट्रीय भावना से प्रेरित है। अलग-अलग प्रांतों में रहने वाले प्रवासी नागरिक उस प्रदेश के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, और बिहार दिवस स्नेह मिलन कार्यक्रम इसी भावना को साकार करने का माध्यम बन रहा है।
इस अवसर पर किरण सिंह देव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित पूरे भारत में बिहार दिवस का आयोजन 30 मार्च तक जारी रहेगा। इस समारोह में छत्तीसगढ़ के विभिन्न बिहार समाजों के प्रमुखों की उपस्थिति इस एकता का जीवंत प्रमाण है। उन्होंने बिहार के नागरिकों के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत की प्रगति, उन्नति और विकास में बिहार के लोगों की अहम भूमिका है।
राष्ट्र निर्माण में बिहार का योगदान
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्र सुरक्षा के क्षेत्र में बिहार के नौजवानों की भागीदारी सर्वोपरि रही है। लोकसेवा और पुलिस सेवा में भी बिहार के लोग अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार दिवस केवल एक राज्य और उसके नागरिकों को सम्मानित करने का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” की परिकल्पना को साकार करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। देश के विभिन्न राज्यों में राज्य दिवस को मनाया जाना इस दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है कि यह प्रवासी नागरिकों को गौरव और सम्मान का अनुभव कराता है तथा राष्ट्रीय एकता को मजबूत करता है।
बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत
किरण सिंह देव ने बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिहार ने उन महान विभूतियों को जन्म दिया है, जिन्होंने विश्वपटल पर भारत का नाम रोशन किया है। भगवान गौतम बुद्ध को ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति बिहार की पवित्र धरती पर हुई थी। विश्व की सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय, जिसने पूरे विश्व को उच्च स्तरीय ज्ञान दिया, बिहार में स्थित है।
उन्होंने कहा कि बिहार की धरती के गौरवशाली इतिहास को शब्दों में समेटना संभव नहीं है। अंत में, प्रदेश अध्यक्ष ने सभी उपस्थित महानुभावों को बिहार दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।
