बरमकेला।जनपद पंचायत बरमकेला के गोबरसिंहा में लगे स्ट्रीट लाइट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। हजारों रुपए की स्ट्रीट लाइट दो महीने भी नहीं चली। स्ट्रीट लाइटों की खरीद-फरोख्त में गड़बड़ी करने वाले सरपंच सचिव इन लाइटों में 2 साल की वारंटी होने का दंभ रहे हैं, लेकिन खराब हो चुके लाइटों को बदलवाने में आनकानी कर रहे हैं। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। सवाल यह है कि जब इन लाइटों में दो सालों की वारंटी है तो फिर सरपंच सचिव को खराब हो चुके लाइटों को बदलवाने में दिक्कत क्या है?
पंचायतों में आने वाले लाखों करोड़ों रुपए के आवंटन को सरपंच सचिव पलीता लगाने में जुटे है। पंचायतों के लिए खरीदे गए स्ट्रीट लाइट दो माह चलने के बाद ही बुझ गए है। दो माह में ही लाखों के स्ट्रीट लाइटों में से 40 से 50 प्रतिशत लाइटों के खराब होने के बाद भी प्रशासन इस मामले में सुध नहीं ले रहा है। जबकि इस मामले में सरपंच सचिव ने हजारों रुपए का गोलमाल कर दिया है। वहीं बिजली पोल में खराब हुए लाइट लटक रहे हैं।
खबर प्रकाशित हुई थी, हड़बड़ाया दुकानदार-ग्राम पंचायत गोबरसिंहा पंचायत में लगे स्ट्रीट लाइटें कुछ ही महीने में खराब हो गई। दरअसल, मानक खराब होने की वजह से ये लाइटें चंद दिनों में ही दम तोड़ चुके है। इसको लेकर मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद दुकानदार के पसीने छूट रहे हैं और ग्रामीणों को स्ट्रीट लाइट लेकर आने के बाद इसे बदलने का आश्वासन दे रहा है।
एक दूसरे पर लगा रहे आरोप-प्रत्यारोप-गांवों में लगे स्ट्रीट लाइट को लेकर जानकारी मांगने पर सरपंच-सचिव एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। सरपंच से जानकारी मांगने पर सचिव को देने की बात कही जाती है। वहीं सचिव से जानकारी लेने पर सरपंच द्वारा लगवाने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया जा रहा है। जबकि सरपंच सचिव के द्वारा बिना टेंडर के स्ट्रीट लाइट पंचायत में लगवाया गया है। सरपंच सचिव ने राशि हड़पने के लिए बरमकेला क्षेत्र के एक दुकान से लोकल कंपनी की लाइटें लगवा दी गई है। जिसका परिणाम यह हुआ कि महीने भर के भीतर ही हजारों रुपए की लाइट चंद दिनों में खराब हो गई।